झील को पुनर्जीवित करने की तैयारी
20 झीलों का विकास
गदग. जिल के डंबल में कई दशक पहले, तोंटदार्यमठ की जमीन पर स्थित की छोटी झील लोगों और मवेशियों के लिए कामधेनु बनी हुई थी। झील में गाद भरने और कीकर के पौधे उगने के कारण झील लुप्त होने की कगार पर पहुंच गई थी। अब, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) फाउंडेशन की ग्राम सक्षम परियोजना के तहत और संकल्प ग्रामीण विकास सोसायटी के सहयोग से एक एकड़ झील को पुनर्जीवित किया जा रहा है।
स्व. तोंटद सिद्धलिंग स्वामी का संकल्प था कि पशु-पक्षियों, लोगों और मवेशियों के लिए पीने के पानी की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए, पानी का उपयोग घी की तरह करना चाहिए ताकि यह बर्बाद न हो। उन्होंने ही डंबल गांव के तोंटदार्य मठ की भूमि में एक छोटी सी झील भी का निर्माण करवाया था परन्तु झील में गाद भर गया था।
तोंटदार्य मठ के प्रबंधक जीवी हिरेमठ ने बताया कि फाउंडेशन की ओर से एक एकड़ क्षेत्र में झील का निर्माण कराया जा रहा है। लगभग 80 फीट लंबी, 50 फीट चौड़ी और 10 फीट गहरी इस झील का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। प्रतिदिन 15 ट्रैक्टरों से मिट्टी की ढुलाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि तालाब के पास अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का छात्रावास और पिछड़े वर्ग के लडक़ों का छात्रावास है। इस झील के निर्माण से छात्रावासों के ट्यूबवेलों को जीवन मिलेगा। इससे विशेष रूप से गर्मी के मौसम में मदद मिलगी।
डंबला गांव के निवासी बसवराज हम्मिगी का कहना है कि अधिकांश गांवों में पेयजल की समस्या उपज रही है। झील का निर्माण होने पर गर्मी के दिनों में पानी की कमी नहीं होगी। भूजल स्तर बढ़ेगा। इसके चलते एसबीआई फाउंडेशन का कार्य आदर्श बना हुआ है।
तालुक में 20 झीलों का विकास
एसबीआई फाउंडेशन की वित्तीय मदद से, संकल्प ग्रामीण विकास संगठन के संयुक्त तत्वावधान में, मुंडरगी तालुक में कुल 20 झीलों से गाद हटाने का कार्य किया जा रहा है। 13 झीलों से गाद हटाने का काम पहले ही पूरा हो चुका है, 7 और झीलों से गाद हटाने का काम प्रगति पर है। डंबल गांव झील के लिए लगभग दो लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।
-सिकंदर मीरानायक, सीईओ, संकल्प ग्रामीण विकास सोसायटी
कार्य हमेशा के लिए स्थाई रहेगा
एसबीआई फाउंडेशन की ओर से किया गया कार्य हमेशा के लिए स्थाई रहेगा। ग्राम पंचायत की ओर से आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
-शिवलीला देवप्पा बंडिहाल, अध्यक्ष, दंबल ग्राम पंचायत