पत्नी ने पति की का आरोप लगाकर न्यायालय में दर्ज कराई निजी शिकायत
शहापुर (यादगिरी जिला). मेरे पति ने कर्ज के कारण जहर खाकर आत्महत्या नहीं की कहकर नडिहाल के नीलुनायक टांडा निवासी मंजुला चव्हाण ने हत्या का आरोप लगाते हुए शहापुर अतिरिक्त जेएमएफ न्यायालय में पांच लोगों के खिलाफ निजी शिकायत दर्ज कराई है।
अतिरिक्त जेएमएफ कोर्ट के न्यायाधीश बसवराज ने शनिवार को निजी शिकायत और बयान दर्ज कर गोगी थाने के पुलिस थाना निरीक्षक को जांच कर दस्तावेज पेश करने का निर्देश दिया है।
शिकायत में कहा गया है कि शहापुर तालुक के नडिहाल नीलू नायक तांडा के निवासी अर्जुन टोपू चव्हाण, अरुण टोपू चव्हाण, अनसुयाबाई टोपू चव्हाण, कविता अर्जुन चव्हाण और जयश्री अरुण चव्हाण हत्या के आरोपी हैं।
क्या है मामला
1 अक्टूबर 2024 को सुबह 6.30 बजे राजू चव्हाण ने कर्ज के कारण अपने घर के पास खेत में जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक की पत्नी मंजुला ने इस संबंध में गोगी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
वादी के वकील टी. नागेन्द्र ने जानकारी दी कि मंजुला चव्हाण ने निजी शिकायत में कहा कि कुछ दिनों बाद उसे अपने पति की मृत्यु के बारे में सच्चाई पता चली है। राजू चव्हाण और तांडा के तीन अन्य लोग अर्जुन चव्हाण के घर आकर उसके नाम की जमीन की बिक्री से मिले 6.50 लाख रुपए लेने गए थे। इस दौरान वे आपस में झगडऩे लगे, तो उनमें से पांच लोगों ने मंजुला चव्हाण के पति के गुप्तांगों पर वार किया और फिर मुंह में जहर डाल कर हत्या कर दी। किसी की को भी हत्या का पता न चले इसके लिए उन्होंने स्वयं ही उसके पति को ऑटो-रिक्शा में बिठाकर अस्पताल में भर्ती कराया था।
मृतक की पत्नी मंजूला ने बताया कि गोगी थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराने को लेकर बिनती करने के बाद भी कोई शिकायत दर्ज नहीं की। इसके बाद 2 दिसंबर 2024 को कलबुर्गी के आईजीपी, जिला एसपी और डीएसपी सुरपुर को लिखित शिकायत दी थी, इसके बाद भी मामला दर्ज नहीं होने के कारण अनिवार्य रूप पर अदालत में निजी शिकायत दर्ज कराई है।
मंजुला ने बताया कि उसके पति की हत्या कर इसे आत्महत्या का रूप दे दिया है। आत्महत्या का मामला दर्ज कराने पर सरकार की ओर से 5 लाख रुपए मुआवजा मिलने को लेकर झूठी जानकारी दी है। इके चलते उसने अपने पति की हत्या के संबंध में अदालत में निजी शिकायत दर्ज कराई है।