विरोध करना समय, शक्ति और संसाधनों की बर्बादी

राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश ने किया नगर प्रवेश

हुब्बल्ली. राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश ने कहा कि मात्र किसी का विरोध करना, उसमें समय, शक्ति और पैसा नष्ट करना, नादान व्यक्ति के लक्षण हैं। यह समय, शक्ति और संसाधनों की बर्बादी है। विरोध की बजाय ऊर्जा को सकारात्मक विकल्पों में लगाकर आदर्श स्थापित किया जा सकता है।

हुब्बल्ली में बुधवार को नगर प्रवेश के बाद धर्मसभा को संबोधित करते हुए कमल मुनि कमलेश ने कहा कि विरोध से विवाद उत्पन्न होता है, जबकि विकल्प से सद्भावना निर्मित होती है। किसी भी समस्या का समाधान विरोध से नहीं, बल्कि रचनात्मक सोच से संभव है। यदि किसी घर में भोजन नहीं बनेगा, तो बच्चे पड़ोसी के घर खाने जाएंगे। ठीक उसी प्रकार, यदि हमारे पास व्यवस्थाएं नहीं होंगी, तो हम सुरक्षित नहीं रह पाएंगे।

उन्होंने कहा कि सेवा, चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाना चाहिए। तभी हमारी संस्कृति, संस्कार और चरित्र का निर्माण होगा। जो कुछ नहीं कर सकता, वह करने वालों का विरोध करता है।

राष्ट्रसंत ने कहा कि समाज में अच्छे स्कूल, अस्पताल, गौशाला, वृद्धाश्रम, पालनाघर और गुरुकुलों की स्थापना आवश्यक है। यदि समाज में उपासक ही नहीं बचेंगे, तो धर्मस्थलों के द्वार कौन खोलेगा?

आचार्य आनंद ऋषि की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम 28 से

संघ के मंत्री प्रकाश कटारिया ने बताया कि श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ हुब्बल्ली की ओर से 28 से 31 मार्च तक आचार्य आनंद ऋषि की पुण्यतिथि मनाई जाएगी।

संतों का किया भव्य अभिनंदन

राष्ट्रसंत कमल मुनि, तपस्वी घनश्याम मुनि, सेवाभावी कौशल मुनि, युवा मनीषी मुनि और सक्षम मुनि के आगमन पर संघ ने भव्य अभिनंदन किया।

इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष उकचंद बाफना, बाबूलाल पारख, गौतमचंद भुरट, महेंद्र सिंघी, कांतिलाल बोहरा, महेंद्र विनायकिया, एवं संघ के अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे।

संतों का 2025 का चातुर्मास चेन्नई के साहूकार पेठ में होगा।

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