लाभार्थियों की सूची को अभी नहीं दिया अंतिम रूप
नगर निगम ने नहीं की पीड़ितों की पहचान
हुब्बल्ली. होसूर के वीरमारुति नगर के झुग्गीवासियों के लिए वाणीविलास सर्कल के पास कल्लूर आवासीय इलाके में नवनिर्मित 5 मंजिला आवास परिसर बिना वारिस के वीरान और अनाथ हो गया है। 14 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित आवासीय भवन में अधिकांश जगहें धूल से ढकी हुई हैं।
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जी 4 आवासीय परिसर का निर्माण हुए दो साल पूरे हो गए हैं, इसे 15 महीने पहले ही नगर निगम को हस्तांतरित किया गया है परन्तु नगर निगम अभी तक सड़क विस्तार के भूमि अधिग्रहण में अपने घर खोने वाल झुग्गी-झोपड़ियों के पीड़ितों की पहचान नहीं कर पाया है।
नल, एलईडी बल्ब चोरी
आवासीय परिसर में चार ब्लॉक हैं, प्रत्येक ब्लॉक में 20 घर हैं। प्रत्येक घर का निर्माण 7.50 लाख रुपए की अनुमानित लागत पर किया गया है। उपयोग के अभाव में स्विचबोर्ड, दरवाजे और किचन सिंक क्षतिग्रस्त हो गए हैं। घरों व बरामदों में लगे एलईडी बल्ब चोरी हो गए हैं। खिड़कियों के शीशे और बाहरी हिस्से में रोशनी के लिए लगे शीशे टूट गए हैं। बाथरूम और किचन में लगे नल चोरी हो गए है।
शौच का स्थान बना पार्किंग स्थल
पहले और चौथे ब्लॉक की दूसरी और तीसरी मंजिल पर मौजूद ज्यादातर घरों के दरवाजों के ताले टूटे हुए हैं। कुछ घरों के अंदर शराब के पैकेट और गुटका के पैकेट पड़े हैं। कुछ शौचालयों में शौच किया हुआ है और गंदगी से बदबू आ रही है। खिड़कियां, भूतल की रसोई सभी धूल से भरी हुई हैं और हर कहीं मकड़ी के जाले बनेे हुए हैं। ज्यादातर घरों की दूसरी मंजिल पर खिड़कियां और दरवाजे खुले होने के कारण अंदर पक्षियों ने घोंसला बना लिया है। यहां तक कि पार्किंग स्थल भी शौच का स्थान बन गया है।
देर रात तक पार्टियां
आसपास के लोगों का कहना है कि अक्सर पार्टियां की जाती हैं। नशे में धुत होकर रात में एक-दो घंटे तक शोर मचाते हैं। सुरक्षा गार्ड होने की बात करते हैं परन्तु उसे कभी भी ड्यूटी करते हुए नहीं देखा गया है। आवासीय परिसर के दो प्रवेश द्वार हैं, जिनका पिछला प्रवेश द्वार बंद किया गया है। सामने का प्रवेश द्वार हमेशा खुला रहता है। कुछ युवा दिन-रात यहां आते रहते हैं।
वास्तविक पीड़ितों की पहचान करने में मुश्किल
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि पुराने पीबी रोड के समानांतर चलने के लिए वाणीविलास सर्कल से उक्रकल क्रॉस तक की सड़क को चार लेन तक चौड़ा किया जाएगा। पहले से ही बीआरटीएस डिपो से उणकल क्रॉस तक सड़क बनी है परन्तु वाणीविलास सर्कल से डिपो तक का काम आधा-अधूरा हुआ है। वहां के झुग्गीवासियों को हटाने और जमीन अधिग्रहण करने के लिए जन प्रतिनिधियों के बीच राजनीति और प्रतिष्ठा बनी हुई है। कुछ लोगों ने घर खोने वालों से नया घर देंगे कहकर पैसे लिए हैं। इन सभी दुविधाओं के कारण नगर निगम वास्तविक पीड़ितों की पहचान नहीं कर पा रहा है।
परिसर का दौरा कर जांच करूंगा
मैं नगर निगम आयुक्त को भूमि अधिग्रहण में कितने घर जाएंगे इसका सर्वेक्षण कर रिपोर्ट देने का निर्देश दूंगा। स्मार्ट सिटी और नगर निगम अधिकारियों के साथ परिसर का दौरा कर जांच करूंगा।
महेश टेंगिनकाई, विधायक, हुब्बल्ली-धारवाड़ सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र
जल्द सूची तैयार कर घर होंगे वितरित
सड़क विस्तार का कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का है। अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। घर खोने वाले झुग्गी-झोपड़ी वालों की सूची जल्द ही तैयार कर घर वितरित किए जाएंगे।
डॉ. ईश्वर उल्लागड्डी, आयुक्त, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम
कुछ सामग्री चोरी हो रही हैं
हमने स्मार्ट सिटी योजना के तहत सर्वसुविधायुक्त मकान बनाकर नगर निगम को हस्तांतरित किया है। नगर निगम का काम झुग्गीवासियों की पहचान कर उन्हें मकान आवंटित करना है। हमने सर्वे कर सडक़ विस्तार के लिए 54 घर जाएंगे कहकर नगर निगम को रिपोर्ट दी है। घर आवंटित नहीं होने के कारण कुछ सामग्री चोरी हो रही हैं।
चन्नबसवराज, उप महाप्रबंधक, स्मार्ट सिटी
ये सुविधाएं हैं उपलब्ध
आवासीय परिसर में चार लिफ्ट लगाई गई हैं और आपातकालीन स्थिति में आग से बचने के लिए अग्नि सुरक्षा उपकरण भी लगाए गए हैं। प्रत्येक घर के हॉल में एक पंखा, बाथरूम के लिए वॉल मिक्सर लाए हैं, बिजली और पानी के कनेक्शन के साथ सुसज्जित रसोईघर बनाया गया है। प्रत्येक घर में एक बालकनी है और गर्म पानी के लिए सौर ऊर्जा से भी सुसज्जित है। जल निकासी व्यवस्था के साथ-साथ परिसर में गिरने वाले बारिश के पानी की निकासी के लिए जगह-जगह मेनहोल का निर्माण किया गया है। छोटे से बगीचे का निर्माण कर सुंदरा बढ़ाई गई है।