16 अगस्त को होगा महालक्ष्मी महापूजन
दावणगेरे. श्री शंखेश्वर पाश्र्व राजेन्द्र सूरि गुरुमंदिर संघ, काईपेट दावणगेरे में चातुर्मासार्थ विराजित साध्वी भव्यगुणाश्री ने प्रवचन में कहा कि श्री यंत्र को दुनिया का सबसे शक्तिशाली यंत्र माना जाता है। यह धन की देवी लक्ष्मी का स्वरूप है, जिसकी पूजा से धन, समृद्धि और आर्थिक स्थिरता प्राप्त होती है। श्री यंत्र का उपयोग ध्यान व आध्यात्मिक अभ्यास में भी होता है, जिससे आध्यात्मिक उन्नति और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि श्री महालक्ष्मी का अनुष्ठान करने से आर्थिक स्थिति में तीव्र सुधार, व्यापार में वृद्धि और परिवार में शांति आती है। श्री यंत्र की स्थापना से वास्तुदोष निवारण, बच्चों में ज्ञानवृद्धि और मनोबल में वृद्धि होती है।
महेंद्र जैन ने बताया कि 16 अगस्त को श्री यंत्र महालक्ष्मी महापूजन और कालसर्प दोष निवारण पूजन आयोजित होगा।
कालसर्प दोष निवारण पूजन में लाभार्थियों का सम्मान
दावणगेरे श्री शंखेश्वर पाश्र्व राजेन्द्र सूरि गुरुमंदिर संघ में आयोजित कालसर्प दोष निवारण पूजन के लाभार्थी भंवरलाल, प्रवीण कुमार और जगदीश कुमार का सम्मान संघ की ओर से अनिल कुमार, सुरेशकुमार और अंबालाल शाह ने किया। महिलाओं का बहुमान भावना संघवी और पिंकी संघवी ने किया।
विजयपुर से पधारे ईश्वर कुमार ओसवाल और मधु ओसवाल, तथा बेंगलूरु से आए जितेंद्र नाहटा और प्रिया नाहटा का विशेष सम्मान किया गया।
भगवान शंखेश्वर पाश्र्वनाथ की आरती का लाभ जितेंद्र कुमार और ऋषभ कुमार नाहटा ने लिया, जबकि मंगल दीपक और गुरुदेव की आरती का लाभ पुखराज ताराचंद परिवार ने प्राप्त किया।
16 अगस्त को होने वाले महालक्ष्मी महापूजन में मुख्य पिठिका का लाभ संघवी अनिल कुमार घेवरचंद बालगोत्र परिवार को मिला। साधर्मिक भक्ति का लाभ संघवी महावीर कुमार घेवरचंद बालगोत्र परिवार ने लिया।
इस अवसर पर विभिन्न लाभार्थियों और आगंतुकों का संघ की ओर से सम्मान किया गया। कार्यक्रम का समापन भगवान शंखेश्वर पाश्र्वनाथ की आरती और मंगल दीपक आरती के साथ हुआ।
अंत में, श्री शंखेश्वर पाश्र्व राजेन्द्र गुरुमंदिर संघ एवं ट्रस्ट मंडल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
