सोमनकोप्पा तालाब उपेक्षितलबालब भरा सोमनकोप्पा तालाब।

विकास योजनाओं से वंचित शिवमोग्गा तालुक का सबसे बड़ा तालाब

नागरिकों ने सरकार से की संरक्षण की मांग

शिवमोग्गा. शिवमोग्गा महानगर निगम के प्रथम वार्ड अंतर्गत सोमनकोप्पा में स्थित तालाब को तालुक का सबसे बड़ा तालाब माना जाता है। इस वर्ष भी यह तालाब पानी से पूरी तरह भर चुका है।

इस विशाल तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजनाएं वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ी हैं। प्रशासन की लापरवाही के कारण तालाब और इसके आसपास अव्यवस्था का माहौल है।

अधूरी योजना, अधूरा विकास

सोमनकोप्पा तालाब, जो कि लघु सिंचाई विभाग के अधीन था, कुछ वर्ष पहले शिवमोग्गा-भद्रावती शहरी विकास प्राधिकरण को सौंपा गया था। प्राधिकरण ने करोड़ों रुपए की अनुदान राशि में तालाब को सर्वांगीण विकसित कर पर्यटन स्थल बनाने का आश्वासन दिया था।

प्रस्तावित योजना में बोटिंग सुविधा, तालाब के किनारे वॉकिंग पाथ, विद्युत प्रकाश व्यवस्था, बीच में व्यू प्वाइंट, बच्चों के लिए खेल उपकरण, बैठने की व्यवस्था, चारों ओर फेंसिंग सहित संरक्षण व अतिक्रमण हटाने की पहल शामिल थी। लगभग 10 करोड़ रुपए की विस्तृत योजना भी तैयार की गई थी, जिसे राज्य सरकार से मंजूरी मिल चुकी थी।

इसके बाद प्राधिकरण ने अचानक इस योजना से हाथ पीछे खींच लिए। केवल कुछ छोटे-मोटे काम कर औपचारिकता निभाई गई, जिन पर भी निम्नस्तरीय कार्य के आरोप लगे।

बढ़ती अव्यवस्था और अतिक्रमण

स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि तालाब की जिम्मेदारी लेने के बाद भी शहरी विकास प्राधिकरण कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है, वहीं लघु सिंचाई विभाग भी पल्ला झाड़ रहा है।

तालाब के आसपास निजी लेआउट्स विकसित किए जा रहे हैं और तालाब की भूमि पर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। कई लोग तालाब में ठोस कचरा डाल रहे हैं, किनारों पर झाड़-झंखाड़ फैल गए हैं और लेआउट्स की नालियों का पानी तालाब में छोड़ा जा रहा है।

नागरिकों की मांग

नागरिकों ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि तालुक का सबसे बड़ा तालाब सोमनकोप्पा तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने और इसके संरक्षण के लिए ठोस व ईमानदार कदम उठाने चाहिए।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *