राज्य रेलवे को एक दशक में सबसे अधिक धनराशि मिलीरेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में भाग लेते रेल अधिकारी।

हुब्बल्ली. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि चालू वर्ष के 2.52 लाख करोड़ रुपए के रेल बजट में कर्नाटक को आवंटित 7,564 करोड़ रुपए पिछले दस वर्षों में सबसे अधिक राशि है। पिछले दशक में राज्य को दी गई राशि से 9 गुना अधिक धनराशि कर्नाटक को मिली है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले एक वर्ष में राज्य में 1652 किलोमीटर नई रेल लाइनों का निर्माण पूरा हो चुका है। 95 प्रतिशत (वार्षिक औसत 300 किमी) विद्युतीकरण पूरा हो चुका है, जो यूपीए सरकार की तुलना में 16 गुना अधिक है। वर्तमान में राज्य के 61 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत हाईटेक स्टेशनों के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस वर्ष प्राप्त राशि समेत कुल 51,479 करोड़ रुपए की लागत से कर्नाटक में रेलवे के विकास कार्य किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार की आलोचना करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि 32,000 करोड़ रुपए की लागत से नए मार्ग बनाए जाएंगे। 2009-14 के बीच इसके लिए केवल 3,088 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए थे। दोहरीकरण के लिए 32 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। यूपीए के कार्यकाल में केवल 2,461 करोड़ रुपए दिए गए थे।

इस वर्ष 50 नए नमो भारत

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि छोटी दूरी वाले दो शहरों के बीच बहुत तेज गति से चलने वाली 50 नई नमो भारत ट्रेनें इस साल शुरू की जाएंगी। इसमें बेंगलूरु-मैसूर भी शामिल है। इसके साथ ही, इस वर्ष देश में नमो भारत रेलवे युग की शुरुआत हो गई है। अब तक यह ट्रेन केवल अहमदाबाद और भुज के बीच ही चलती थी।
मंत्री ने इस वर्ष रेलवे को उपलब्ध बजट का विस्तृत ब्यौरा दिया तथा कर्नाटक में दक्षिण-पश्चिम रेलवे जोन की योजनाओं के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि नमो भारत रेलगाडिय़ों को देश के कम दूरी वाले शहरों के बीच संपर्क का तीव्र साधन बनने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अहमदाबाद और भुज के बीच प्रायोगिक तौर पर शुरू की गई यह ट्रेन अल्प समय में ही परिवहन का एक अत्यंत आवश्यक साधन बनकर उभरी है। आगामी दिनों में 200 से 250 किलोमीटर की दूरी वाले शहरों के बीच चलेंगी। इन रेलगाडिय़ों में नियमित डिब्बों के साथ-साथ वातानुकूलित डिब्बे भी होंगे। नमो भारत ट्रेन 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। पहली रेलगाड़ी राजधानी और सांस्कृतिक राजधानी के बीच चलेगी। उन्होंने दावणगेरे-हुब्बल्ली, बेलगावी-कोल्हापुर जैसे शहरों में भी इसी वर्ष नमो भारत की शुरुआत होने के संकेत दिए।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा इस साल देश में 100 अमृत भारत और 200 वंदे भारत ट्रेनें चलेंगी। कर्नाटक को भी इनसे लाभ मिलेगा और दक्षिण-पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक और मंडल नियंत्रक अंतिम रूपरेखा तैयार कर रहे हैं।

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