सिविल जज ने दिए थे तत्काल मरम्मत के निर्देश
हुब्बल्ली. शहर के उणकल स्थित मंदमति महिला अनुपालना गृह और मनोरोगी बालिका गृह की इमारत पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। 1950 में बनी इस दो मंजिला इमारत में वर्तमान में 18 वर्ष से अधिक आयु की 71 मानसिक रूप से विकलांग महिलाएं और 18 वर्ष से कम उम्र की 44 बालिकाएं रह रही हैं। लगातार बारिश, सीलन और दीवारों से पानी रिसाव के कारण भवन की दीवारें, खिड़कियां और कमरे खराब हो चुके हैं। कई जगह पिलरों की लोहे की सरियां तक बाहर आ चुकी हैं और कंपाउंड दीवार भी गिर चुकी है।
स्थिति इतनी खतरनाक है कि न तो अंदर की सुरक्षा सुनिश्चित है और न बाहर की। हाल ही में सिविल जज ने भवन का दौरा कर तत्काल मरम्मत के निर्देश दिए थे।
लोक निर्माण विभाग ने भवन की आंशिक मरम्मत के लिए 77 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार कर महिला एवं बाल विकास विभाग को भेजा है। वहीं केआरआईडीएल ने 41 लाख का अलग प्रस्ताव भी बनाया है। जिला पंचायत ने 41 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है। इसके अलावा नगर निगम ने 6 लाख रुपए से शौचालय व कंपाउंड दीवार की मरम्मत करवाई है।
उणकल की यह इमारत अब प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है, क्योंकि इसमें रह रही मानसिक रूप से विकलांग महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा सर्वोपरि है।
गृह की अधीक्षक चन्नम्मा ने कहा कि 115 से अधिक महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा के लिए भवन की तत्काल मरम्मत जरूरी है।
जिलाधिकारी दिव्यप्रभु ने भी आश्वासन दिया कि 41 लाख रुपए की स्वीकृत राशि से तात्कालिक मरम्मत कार्य शीघ्र शुरू होगा और आवश्यकता पडऩे पर अतिरिक्त प्रस्ताव भी भेजा जाएगा।
