पिता की भूमिका निभाने की इच्छा जताई
कारवार. गोकर्ण की पहाड़ी की गुफा में रह रही रूसी महिला नीना कुटिना का प्रेमी गोकर्ण पहुंच गया है, और उसके द्वारा दी गई जानकारी से नीना से जुड़े कई रहस्य सामने आए हैं। नीना रूस की नागरिक है और उसका प्रेमी ड्रोर गोल्ड इजराइल का नागरिक है और स्पेन में व्यवसाय करता है।
ड्रोर ने नीना कुटिना के साथ बच्चों की परवरिश साझा करने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि मैं अपनी दोनों बेटियों के करीब रहना चाहता हूं। उन्होंने बच्चों से मिलने, उनके पास रहने और एक पिता की भूमिका निभाने की इच्छा जताई है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रेमी ड्रोर गोल्ड ने बताया कि जब मैं गोवा गया था, तभी नीना कुटिना से मेरा प्रेम संबंध शुरू हुआ। वर्ष 2017 से 2024 तक हम दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में थे। हर साल हम 6 महीने गोवा में रहते थे। साल 2019 से मैं हर महीने नीना को 400 डॉलर (करीब 3.5 लाख रुपए) भेजता था परन्तु दिसंबर 2024 में नीना बिना कुछ बताए गोवा से लापता हो गई, जिस पर मैंने पणजी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसके बाद मार्च महीने में पता चला कि वह बच्चों के साथ गोकर्ण में रह रही है।
प्रेमी ने कहा कि मेरे बच्चों को मुझे सौंपा जाए। उन्हें सुरक्षित वातावरण में पलना चाहिए। छह साल हो गए, परन्तु उन्हें शिक्षा नहीं मिली। उन्हें स्कूल भेजना चाहिए परन्तु महिला अपने प्रेमी के साथ बच्चों को भेजने से इंकार कर रही है और कह रही है कि बच्चे प्रकृति के बीच ही पलने चाहिए।
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि नीना ने गुफा में एक बच्चे को जन्म दिया है और इन दो बच्चों के अलावा रूस में उसका एक और बच्चा है।
महिला ने अधिकारियों को बताया था कि वह गोवा की एक गुफा में रहते समय एक बच्ची की मां बनी थी और बच्चों के पिता एक इजराइली व्यवसायी हैं। कुछ साल पहले नीना की इस इजराइली नागरिक से मुलाकात हुई थी और दोनों प्रेम संबंध में बंध गए थे।
उनकी बेटियां प्रेया (6 वर्ष) और अमा (4 वर्ष) हैं। एफआरआरओ (विदेशी नागरिक क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय) की रिपोर्ट में कहा गया है कि वे अपने पिता के संपर्क में थीं। वहीं, एक नोट के अनुसार, नीना और उनके बच्चों को रूस वापस भेजने की प्रक्रिया में लगभग एक महीना लग सकता है।
गुफा के अंदर निवास कर रही इस महिला का मामला सामने आना कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक रहा, परन्तु नीना कुटिना ने अपने व्यवहार का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि हमारा परिवार प्रकृति से प्रेम करता है। बीते 15 वर्षों में वह 20 देशों के जंगलों में रह चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि मेरे सभी बच्चे अलग-अलग स्थानों पर पैदा हुए हैं। बिना अस्पताल या डॉक्टर के, मैंने उन्हें जन्म दिया। क्योंकि मुझे पता है कि यह कैसे करना है। किसी ने मेरी मदद नहीं की, सब कुछ मैंने अकेले किया।
नीना अपने दो बेटों और एक बेटी के साथ कई साल पहले भारत आई थीं। उनका बड़ा बेटा 21 साल की उम्र में निधन हो गया और दूसरे बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उनका बिजनेस वीजा 2017 में समाप्त हो गया था, और तब से वे कई जटिल कारणों के चलते गुफा में रह रही थीं।
नीना ने कहा है कि मेरे जीवन में कई व्यक्तिगत क्षति हुई हैं। सिर्फ बेटे की मौत ही नहीं, बल्कि कई करीबी लोगों की मृत्यु, लगातार दु:ख, दस्तावेजों की समस्या जैसी कई मुश्किलें आईं।
गौर तलब है कि 12 जुलाई को गोकर्ण के रामतीर्थ घने जंगल क्षेत्र की गुफा में पुलिस की नियमित जांच के दौरान एकांत में रह रही रूसी मूल की महिला नीना और उसकी दो बेटियां वहां निवास करती हुई पाई गई थीं। पुलिस ने उन्हें सुरक्षा में लिया था। महिला ने बताया था कि वर्तमान जीवन में उन्हें शांति नहीं मिल रही, इसलिए वे गुफा में ही शांतिपूर्ण जीवन बिता रही थीं। फिलहाल उन्हें तुमकुरु स्थित एफआरसी केंद्र में लाया गया है।