शैक्षिक क्रांति में विश्वविद्यालयों की भूमिका महत्वपूर्णबल्लारी में बुधवार को विजयनगर श्री कृष्णदेवराय विश्वविद्यालय के 16वें स्थापना दिवस समारोह में सम्मानित गणमान्य।

प्रो. तेजस्वी वी. कट्टिमनी ने कहा

बल्लारी. आंध्र प्रदेश केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कुलपति प्रो. तेजस्वी वी. कट्टिमनी ने कहा कि शैक्षिक क्रांति में विश्वविद्यालयों की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रत्येक नागरिक को उच्च शिक्षा प्राप्त करके अपने जीवन में सफलता प्राप्त करनी चाहिए। हमारी शिक्षा प्रणाली में हो रहे बदलाव और हमारे देश में हो रहे नए नवाचार भी इसका कारण हैं।

बल्लारी में बुधवार को विजयनगर श्री कृष्णदेवराय विश्वविद्यालय के 16वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन कर प्रो. कट्टिमनी ने कहा कि समय के साथ हमारी शिक्षा प्रणाली में हो रहे बदलाव विकास की राह पर अग्रसर हैं। यह गर्व की बात है कि पूरी दुनिया का ध्यान इस ओर आकर्षित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि केवल शिक्षकों में ही छात्रों का भविष्य गढऩे और बदलने की शक्ति होती है। शिक्षा केवल अंकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि आपको अपने कौशल का विकास करके आगे आना चाहिए। छात्रों को अधिक भाषाएं और कौशल सीखने चाहिए, अपने जीवन को उच्च स्तर पर ढालना चाहिए और अपने लक्ष्यों तक पहुंचना चाहिए। किसी भी विश्वविद्यालय को शीर्ष पर पहुंचाने के लिए शिक्षकों और छात्रों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।

कर्नाटक सिंचाई निगम के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एस.एन. रुद्रेश मुख्य अतिथि थे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एम. मुनिराजू ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर कहा कि विश्वविद्यालय में वर्तमान में 29 विभाग हैं और आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढ़ाकर 45 करने तथा कौशल-आधारित पाठ्यक्रम लागू करने की योजना है।

कार्यक्रम से पहले विभिन्न सांस्कृतिक कला समूहों ने नृत्य और कला प्रस्तुतियां दीं। कुलसचिव नागराजू सी., कुलसचिव (मूल्यांकन) प्रो. एन.एम. साली, वित्त अधिकारी नागराज, विश्वविद्यालय सिंडिकेट और शैक्षणिक परिषद के सदस्य, विभिन्न विभागों के प्रमुख, शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी और छात्र उपस्थित थे।

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