फिलहाल हेली पर्यटन का कोई अवसर नहींचिक्कमगलूरु जिले की चंद्रद्रोण पर्वत शृंखला।

चंद्रद्रोण पर्वत
चिक्कमगलूरु. मुल्लय्यनगरी और बाबाबुडनगिरी सहित चंद्रद्रोण पर्वत श्रृंखला को हेलीकॉप्टर के माध्यम से हवा से देखने का अवसर फिलहाल उपलब्ध नहीं है। जिला प्रशासन ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले फल-पुष्प प्रदर्शनी के दौरान हेली पर्यटन शुरू करने का विचार त्याग दिया है।
दिसंबर के अंतिम सप्ताह में क्रिसमस की छुट्टियों और वर्ष के अंत के उत्सवों के दौरान जिले में आने वाले पर्यटकों के लिए एक सप्ताह के लिए हेली पर्यटन संचालित करने का निर्णय लिया गया था। इसका उद्देश्य नए साल के जश्न के लिए आने वाले लोगों को चिक्कमगलूरु से परिचित कराना था। इसका उद्देश्य चिक्कमगलूरु शहर से चंद्रद्रोण पर्वत श्रृंखला और दूसरे चरण में मूडिगेरे तालुक के रानीझरी (रानी झरना) से कुद्रेमुख पर्वत श्रृंखला का भ्रमण करना था परन्तु पर्यावरणविदों ने इसका विरोध किया। यह पक्षियों के प्रजनन के लिए घोंसले बनाने का समय है। इस अवसर पर उन्होंने आपत्ति जताई कि यदि पहाड़ी के ऊपर हेलीकॉप्टर मंडराएगा तो इससे उनका प्राकृतिक जीवन बाधित होगा। इसलिए, नए साल के जश्न के दौरान इस हेलीटूरिज्म प्रस्ताव को छोड़ दिया गया था।
फल-पुष्प प्रदर्शनी 26 जनवरी से शुरू होगी। बागवानी विभाग के परिसर में आयोजित होने वाली फल-पुष्प प्रदर्शनी को इस बार जिला खेल मैदान में स्थानांतरित करने की योजना है। तीन दिवसीय फल-पुष्प प्रदर्शनी सप्ताहांत की छुट्टियों के साथ पड़ रही है इसके चलते जिला प्रशासन को बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है। इस दौरान हेली टूरिज्म के जरिए पहाड़ों की सैर कराने की तैयारी की जा रही थी परन्तु इसमें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन के तैयार होने के बाद भी हेली टूरिज्म चलाने वाली एजेंसी ने इसमें रुचि नहीं दिखाई है। इसके चलते प्रस्ताव को छोड़ दिया गया है।
जनवरी 2023 में आयोजित जिला महोत्सव के दौरान हेली पर्यटन का आयोजन किया गया था। 7 मिनट का राउंड और 13 मिनट का राउंड निर्धारित किया गया था। लोग पहाड़ी घाटियों का नजारा लेने के लिए हेलीकॉप्टरों की ओर उमड़ पड़े थे।

आगे नहीं आई एजेंसी

अधिकारियों का कहना है कि जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग हेली टूरिज्म संचालित करने के लिए तैयार है, परन्तु हेली टूरिज्म संचालित करने वाली एजेंसियां इसे संचालित करने के लिए आगे नहीं आ रही हैं। उन्हें उम्मीद थी कि साल के अंत तक बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने से इसे बनाए रखना संभव हो सकेगा। अब ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसलिए, इस प्रस्ताव को फिलहाल छोड़ दिया गया है। आगामी दिनों में देखेंगे।

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