मौत का जाल बन रहे पर्यटन स्थलसाणापुर झील के पास रंगापुर रोड पर अवैध गतिविधियों का अड्डा बने आम के बगीचे को दिखाते हुए रंगापुर के ग्रामीण।

बढ़ रहा पर्यटकों का पागलपन

कुछ स्थानीय लोग दे रहे हैं गलत जानकारी

कोप्पल. प्रकृति की खूबसूरती का लुत्फ उठाने के लिए बने पर्यटन स्थल साणापुर और आनेगोंदी के सुनसान और खतरनाक इलाकों में पर्यटकों का पागलपन बढ़ता जा रहा है। मौज-मस्ती से भरी पार्टियों और यातायात में वृद्धि के कारण पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए मौत का जाल बनते जा रहे हैं।

साणापुर और आनेगोंदी क्षेत्रों में कई ऐतिहासिक स्थान हैं, जिनमें आंजनाद्रि, पम्पा झील, साणापुर झील, झरने और प्राकृतिक स्थल शामिल हैं। इन्हें देखने के लिए देश-विदेश से, दूसरे राज्यों से पर्यटक आते हैं। पर्यटकों को ही पूंजी बना रहे कुछ स्थानीय लोग गलत जानकारी देकर तथा उन्हें खतरनाक स्थानों पर ले जा रहे हैं।

अपनी जान गंवा रहे हैं

रंगापुर गांव के बसवराज ने कहा कि खतरों से बेखबर पर्यटक पागल होकर चट्टान, पथरीले, और पानी वाले इलाकों में सेल्फी, रील, चट्टान कूदने, तैरने के साथ ही सुनसान इलाकों में चढ़ाई करने, संगीत कार्यक्रम, नाइट पार्टी और अलाव कार्यक्रमों का आयोजन कर अपनी जान गंवा रहे हैं।

कोई कदम नहीं उठा रहे हैं

रंगापुर गांव के मंजुनाथ कहा कि साणापुर झील और झरने में तैरते समय या सेल्फी लेते समय पानी में गिरकर लोगों की जान जाने की कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। पुलिस अधिकारी मामले दर्ज कर शवों को परिवारों को सौंप रहे हैं, लेकिन घटनाओं को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।

पेसे की लालच में गलत सूचना

अंजनहल्ली निवासी नागराज का कहना है कि पर्यटकों के साणापुर और आनेगोंदी क्षेत्रों में पहुंचते ही कुछ स्थानीय लोग पैसे की लालत में कम शुल्क के बदले नाश्ते और आवास सहित आश्चर्यजनक स्थानों को दिखाने की पेशकश करके धन कमाने का प्रयास करते हैं। वे समझौते के अनुसार पैसा ले कर लोगों को खतरनाक स्थानों और पार्टियों में ले जा कर मौतें के लिए कारण बन रहे हैं। विदेशी महिला के साथ बलात्कार और एक व्यक्ति की हत्या इसी कारण से हुई।

पर्यटन की आड़ में कई अवैध गतिविधियां चल रही हैं

रंगापुर कैंप के हनुमंत का कहना है कि साणापुर और आनेगोंदी इलाकों में ज़्यादातर पर्यटक गांजा और चरस जैसे नशीले पदार्थों का सेवन करने आते हैं। यह सुविधा साणापुर, आनेगोंदी और हनुमनहल्ली इलाकों के सभी रिसॉर्ट और होमस्टे में उपलब्ध होती है। इसके अलावा, स्थानीय लोग नदी के किनारे के इलाकों में बिना किसी रोक-टोक के गांजा बेच रहे हैं और पुलिस, जिसे इस पर अंकुश लगाना चाहिए, आंखें मूंदे बैठी है।

झील के पास हर जगह शराब की बोतलें और पैकेट

रंगापुर कैंप निवासी आनंद का कहना है कि पर्यटन के लिए साणापुर झील आने वाले पर्यटक हर जगह शराब का सेवन करते हैं और बोतलें, पैकेट, प्लास्टिक के गिलास और बैग छोड़ जाते हैं। रंगापुर जाने वाली सडक़ पर स्थित आम का बाग शराबियों के लिए आरक्षित स्थान बन गया है। यहां युवक-युवतियां जुआ खेलने के अलावा कई अन्य काम भी करते हैं। महिलाएं इस सडक़ पर यात्रा करने से डरती हैं।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *