बजट में छोटी परियोजना की घोषणा
हुब्बल्ली. राजधानी बेंगलूरु और सांस्कृतिक नगरी मैसूर को राज्य बजट में भरपूर तोहफा देने वाले मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने राज्य के दूसरे सबसे बड़े शहर के तौर पर जाने जाने वाले वाणिज्यिक शहर और शैक्षणिक केंद्र हुब्बल्ली-धारवाड़ जुड़वां शहरों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है।
बजट में जिले का नाम उल्लेख करने तथा विभिन्न जिलों के लिए लागू कुछ छोटी-छोटी परियोजनाओं की घोषणा करने की अनिवार्यता के अलावा वे जिले की किसी भी प्रमुख मांग को पूरा करने में विफल रहे हैं, जिससे लोगों तथा संगठनों की उम्मीदें निराश हुई हैं।
जिले को क्या मिला?
वर्तमान बजट में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में धारवाड़ जिले को कुछ प्राथमिकता दी गई है। वैश्विक क्षमता केंद्रों के क्षेत्र में कियोनिक्स के माध्यम से धारवाड़ जिले को वैश्विक नवाचार जिले के रूप में विकसित करना, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय आर्थिक त्वरक कार्यक्रम (एलईएपी) का शुभारंभ करने के लिए छह जिलों में 200 करोड़ रुपए के निवेश किया जाएगा। हुब्बल्ली-धारवाड़ उनमें से एक है। स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कियोनिक्स की ओर से प्लग-एंड-प्ले सुविधाओं को नए वैश्विक प्रौद्योगिकी केंद्र (जीटीसी) राज्य के तीन हिस्सों में स्थापित करने की घोषणा की है। हुब्बल्ली भी इसमें शामिल है।
हाई स्कूल में परिवर्तित किया जाएगा
इसके अलावा, यातायात नियम उल्लंघन को रोकने के लिए 10 जिलों में 60 स्थानों पर 50 करोड़ रुपए आवंटित कर एआई-आधारित कैमरा लगाने की घोषणा की है। इसमें धारवाड़ जिले को शामिल किया गया है। जिले में 6 स्थानों पर एआई आधारित कैमरे स्थापित किए जाएंगे। हुब्बल्ली में स्थित दृष्टिबाधित बच्चों की प्राथमिक विद्यालय को हाई स्कूल में परिवर्तित किया जाएगा।
हुब्बल्ली-धारवाड़ नगर निगम को मिलेंगे 200 करोड़ रुपए
अलनावर और अन्निगेरी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में उन्नत करना तथा हुब्बल्ली शहर और अन्निगेरी में प्रजा सौधा का निर्माण करना, राज्य में 10 नगर निगमों के लिए शहरी विकास परियोजना में 2000 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, जिसमें से 200 करोड़ रुपए हुब्बल्ली-धारवाड़ नगर निगम को मिलेंगे।
कलसा बंडूरी प्रस्ताव तक सीमित
जिले की बहुप्रतीक्षित कलसा-बंडूरी परियोजना भी इस बजट में मात्र प्रस्ताव तक ही सीमित रही। पिछले वर्ष भी यही प्रस्ताव रखा गया था। केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू होने की बात कहने के अलावा अनुमति प्राप्त करने या काम शुरू करने के बारे में कोई स्पष्टता नहीं दी गई है। नवलगुंद तालुक में बेण्णिहाल्ला नहर के लिए 200 करोड़ रुपए पहले ही दिए गए हैं, इस योजना को क्रियान्वित करने के बारे में कहा गया है। इसके अलावा पूर्व में घोषित धारवाड़ महानगर निगम की घोषणा की गई है। इसी को फिर से दोहराने वाले मुख्यमंत्री ने कोई वित्तीय सहायता उपलब्ध नहीं कराई है। कलघटगी तालुक के बेड़ती झील को भरने की योजना को हरी झंड़ी दिखाई है।
जिले को क्या मिला?
-कलघटगी में बेड़ती झील को भरने की योजना प्राप्त हुई है।
-एआई आधारित इलेक्ट्रॉनिक कैमरा स्थापना के लिए जिला चयनित
-हुब्बल्ली की दृष्टिबाधित बच्चों की प्राथमिक विद्यालय का उन्नयन किया जाएगा
-अलनावर और अन्निगेरी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के उन्नयन को मंजूरी
-अन्निगेरी और हुब्बल्ली शहर तालुकों में प्रजा सौधा का निर्माण
-हुब्बल्ली में प्लग एंड प्ले सुविधा के साथ वैश्विक प्रौद्योगिकी केंद्र (जीटीसी) की स्थापना की जाएगी
-वैश्विक नवाचार जिले के तौर पर धारवाड़ का विकास
-हुब्बल्ली-धारवाड़ स्टार्टअप इकोसिस्टम विकास
अपेक्षाएं
-एफएमसीजी क्लस्टर विकास
-मास्टर प्लान के लिए विशेष अनुदान
-जुड़वां शहर के बुनियादी ढांचे के लिए अनुदान
-जिला अस्पताल का नया भवन, उपकरण क्रय के लिए अनुदान
-धारवाड़ में 44 नए छात्रावासों की मांग
-19 पीयू कॉलेजों को मंजूरी देने की मांग
-धारवाड़ के लिए केएससीए शैली का क्रिकेट मैदान
-डिमान्स विकास के लिए विशेष अनुदान की मांग
-हुब्बल्ली-धारवाड़ रिंग रोड की तत्काल आवश्यकता
-धारवाड़ अलग निगम के लिए विशेष पैकेज