दिवाली तक एलईडी बल्ब से रोशन होंगे जुड़वां शहर हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम की महापौर ज्योति पाटिल।

महापौर ज्योति पाटिल ने दी जानकारी

हुब्बल्ली. हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम की महापौर ज्योति पाटिल ने कहा कि हुब्बल्ली-धारवाड़ जुड़वां शहर में कुल 64,000 स्ट्रीट लाइट खंभे हैं। रौशनी के त्योहार दिवाली तक सभी खंभों पर एलईडी बल्ब लगाए जाएंगे। ।

धारवाड़ जर्नलिस्ट गिल्ड में आयोजित संवाद में महापौर ज्योति पाटिल ने कहा कि एलईडी बल्ब लगाने का कार्य शुरू हो चुका है और सभी स्थानों पर इसे तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि नगर के कुछ वार्डों में सप्ताह में एक बार पानी की आपूर्ति की जा रही है, इसे घटाकर हर पांचवें दिन पानी देने की योजना है। 24 गुणा 7 नियमित जल आपूर्ति योजना को सभी वार्डों में लागू करने का लक्ष्य है। पाइपलाइन बिछाने के लिए जिन सडक़ों को खोदा गया है, उन गड्ढों को समतल करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

महापौर पाटिल ने कहा कि लैंड बैंक की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें कार्यालय और अन्य सुविधाओं के लिए जमीन चिन्हित की जाएगी। नगर के सौंदर्यीकरण पर विशेष जोर दिया जाएगा। उद्योगों की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) निधि का सहयोग लिया जाएगा। पार्कों की देखरेख की जिम्मेदारी निजी कंपनियों को सौंपी जाएगी।

शौचालय, कचरा प्रबंधन और स्मार्ट बोर्ड

उन्होंने कहा कि नगर के पार्कों, बाजार क्षेत्रों और अन्य स्थानों पर जल-मुक्त मूत्रालय बनाए जाएंगे। सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए फेस आइडेंटिफिकेशन सिस्टम चार क्षेत्रों में प्रयोग के तौर पर लागू किया गया है। शहर के विद्युत और अन्य खंभों पर अवैध रूप से लगे केबलों को हटाने के लिए संबंधित विभागों को सूचना दी जाएगी। बेतरतीब ढंग से लगाए जा रहे बैनर और पोस्टर शहर की सुंदरता को बिगाड़ते हैं, इसलिए जल्द ही 3डी स्मार्ट बोर्ड लगाए जाएंगे।

शहर की अन्य योजनाएं

महापौर पाटिल ने कहा कि कला मंदिर भवन की मरम्मत की जाएगी। सुपर मार्केट और नेहरू मार्केट में महिला व्यापारियों की सुविधा के लिए स्थान चिन्हित कर शौचालय बनाए जाएंगे। शहर की कचरा प्रबंधन योजना के लिए लखनऊ मॉडल अपनाने की योजना है। बायो माइनिंग तकनीक से कचरे के ढेर हटाकर मियावाकी वन विकसित करने की योजना बनाई गई है।

आवारा मवेशियों और श्वानों की समस्या पर सख्त कदम

उन्होंने कहा कि जुड़वां शहरों में आवारा मवेशियों और श्वानों की समस्या को रोकने के लिए कार्रवाई की जाएगी। मवेशियों के मालिकों को उन्हें घर में बांधने का निर्देश दिया जाएगा, नहीं मानने पर टैगिंग कर उन्हें गोशाला भेजा जाएगा। आवारा श्वानों की समस्या से निपटने के लिए नसबंदी की जाएगी। इसके लिए नगर के बाहरी क्षेत्र में भूमि चिन्हित की गई है।

गिल्ड अध्यक्ष बसवराज होंगल और सचिव निजगुणी दिंडलकोप्प आदि उपस्थित थे।

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