नागरिकों में छाई नाराजगी
हुब्बल्ली. हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम क्षेत्रीय कार्यालय-5 के पास स्थित विद्यानगर का उद्यान पूरी तरह से उपेक्षा का शिकार हुआ है। जहां भी नजर डालो वहां कचरे के ढेर, गिरती दीवारें, ठहरे हुए गंदे पानी से भरे गड्ढे, टूटे हुए बेंच और कचरे के ढेर दिखाई देते हैं।
यह उद्यान लंबे समय से रखरखाव से वंचित है। आसपास कोई अन्य अच्छा उद्यान न होने के कारण अधिकांश लोग सुबह और शाम की सैर के लिए इसी पार्क में आते हैं और इसी खराब, बदबूदार माहौल में थोड़ी देर विश्राम करते हैं।
टूटे उपकरण और झूले
स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई कि उद्यान के भीतर बच्चों के खेलने के उपकरण और झूले टूट चुके हैं, जिससे चोट लगने का खतरा है। बैठने के लिए भी कोई उचित जगह नहीं है क्योंकि बेंचें टूट चुकी हैं। जगह-जगह कचरा पात्र तो हैं, परन्तु उनमें जमा कचरा समय पर साफ नहीं किया जाता।
नगर निगम कार्यालय पास में ही है, फिर भी लापरवाही
विद्यानगर के निवासियों ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि नगर निगम कार्यालय इसी उद्यान के पास है, फिर भी अधिकारी और कर्मचारी उद्यान की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अगर अधिकारी थोड़ी भी दिलचस्पी दिखाएं तो उद्यान में सुधार संभव है। खरपतवार हटानी चाहिए, फूलों के पौधों को ठीक से पानी मिलना चाहिए, घास की नियमित कटाई होनी चाहिए। पीने के पानी की सुविधा और शौचालय भी जरूरी है।
बच्चों के लिए जगह नहीं
विद्यानगर की निवासी आशा ने कहा कि बच्चों के खेलने के लिए कोई सुरक्षित स्थान नहीं है। अगर पार्क को ठीक ढंग से विकसित किया जाए तो बच्चे शाम के समय यहां आ सकते हैं और उनके भीतर पर्यावरण के प्रति प्रेम भी विकसित होगा।
बजट पर्याप्त नहीं
वार्ड पार्षदों को मिलने वाला बजट पर्याप्त नहीं है। अगर सरकार की ओर से अतिरिक्त अनुदान मिलता है, तो इस उद्यान के नवीनीकरण को प्राथमिकता दी जाएगी।
–आनंद कांबले, उपायुक्त, क्षेत्रीय कार्यालय-5, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम
