पेयजल की समस्या से जूझ रहे अघनाशिनी नदी तट के ग्रामीणकुमटा तालुक के हेगड़े गांव में टैंकर के जरिए की जा रही पेयजल आपूर्ति।

820 परिवारों को टैंकरों से की जा रही पेयजल आपूर्ति

गर्मियों की शुरुवात में ही खारा पानी मिलने से खराब हुए जलस्रोत

कारवार. कुमटा तालुक के अघनाशिनी नदी तट पर स्थित हेगड़े, दिवागी और होलनगद्दे ग्राम पंचायतों के लगभग 820 परिवारों को टैंकर के माध्यम से पेयजल आपूर्ति करने का प्रयास इस वर्ष भी जारी है।

स्थानीय ग्राम पंचायत हेगड़े ग्राम पंचायत में लगभग 380 परिवारों, दिवगी ग्राम पंचायत में 60 परिवारों तथा होलनगद्दे ग्राम पंचायत में लगभग 380 परिवारों को प्रतिदिन टैंकरों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति कर रही है।

लोगों की शिकायत है कि अघनाशिनी नदी तट के हेगड़े, दिवगी और एक ओर नदी के बैकवाटर और दूसरी तरफ अरब सागर से घिरी होलनगद्दे ग्राम पंचायत में गर्मियों में पीने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले खुले कुओं का पानी खारा होता जा रहा है।

टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति

तालुक के होलनगद्दे ग्राम पंचायत के जनता प्लॉट निवासी शांति बैलूर ने कहा कि हर बार की तरह, गर्मियों की शुरुआत में ही गांव के जल स्रोत खारे पानी से संतृप्त हो गए हैं। पानी की कमी होते ही टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति शुरू कर दी गई है।

प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन 55 लीटर पानी

ग्राम पंचायत को जलापूर्ति करने वाले तीन बोरवेलों में पानी की कमी हो गई है। एक खुले कुएं का जल स्तर भी कम हो गया है, तथा वहां सीमेंट की रिंग लगाने का काम चल रहा है। फिलहाल पीने का पानी पास के मचगोण और अल्वेकोडी से लाया जा रहा है। पंचायत की अधिकांश धनराशि का उपयोग पेयजल के लिए किया जा रहा है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन 55 लीटर पानी तथा मवेशियों के लिए अलग से 100 लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है।
वेंकटरमण पटगार, पीडीओ, हेगड़े ग्राम पंचायत

बहु-ग्राम पेयजल योजना

अगले साल तक अघनाशिनी बहु-ग्राम पेयजल परियोजना शुरू करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
दिनकर शेट्टी, विधायक

पेयजल समस्या से मुक्त हो जाएंगे

बरगी, हिरेगुत्ती, मादनगेरी और गोकर्ण क्षेत्रों में भी पेयजल की भारी समस्या थी। गोकर्ण पेयजल परियोजना के कार्यान्वयन के बाद समस्या का समाधान हो गया है। यदि 14 ग्राम पंचायतों को पेयजल आपूर्ति के लिए 169 करोड़ रुपए की लागत वाली अघनाशिनी बहुग्राम योजना लागू की जाती है, तो तालुक के अधिकांश गांव पेयजल समस्या से मुक्त हो जाएंगे।
आरएल भट्ट, कार्यकारी अधिकारी, तालुक पंचायत, कुमटा

पेयजल की कोई समस्या नहीं

मराकल परियोजना की अघनाशिनी नदी का प्रवाह दर अच्छा होने से कुमटा कस्बे में फिलहाल पेयजल की कोई समस्या नहीं है।
विद्याधर कलादगी, मुख्य अधिकारी, नगरपालिका

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