वाटर एड इंडिया संस्था दे रही सहयोग
कलबुर्गी. भीमा, कागीना, बेण्णेतोरा और अमरजा सहित पांच-छह प्रमुख नदियां होने के बावजूद सिंचाई में पिछड़े कलबुर्गी जिले के लोग देर से ही सही, चेक डैम, गोकट्टे, छोटी झीलें बनाने और जीर्ण-शीर्ण बोरवेलों के जीर्णोद्धार के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
वाटर एड इंडिया संस्था उनके सहयोग में काम कर रही है।
इस परियोजना को ग्रामीणों का भी सहयोग मिलने से राष्ट्रीय स्तर के गैर-सरकारी संगठन वाटर एड इंडिया ने बड़ी संख्या में गोकट्टे और चेक डैम बनाने की पहल की है। जिले में भूजल संरक्षण का काम कम लागत में चुपचाप किया जा रहा है।
भीमा और कागीना नदियां जिले के अफजलपुर, जेवरगी, चित्तापुर और सेडम तालुकों में भूजल की कोई बड़ी समस्या नहीं है परन्तु कलबुर्गी, कमलापुर और आलंद तालुकों में जल संसाधन इतने प्रचुर नहीं हैं। इसके चलते वैश्विक प्रौद्योगिकी दिग्गज बिल गेट्स की संस्था के वित्तीय सहयोग से वाटर एड इंडिया पिछले तीन वर्षों से कलबुर्गी, कमलापुर और आलंद तालुकों की 10 ग्राम पंचायतों में गोकट्टे और चेकडैम का निर्माण कर रहा है।
जिले के गणजलखेड़ा, आलगुडा, अवराद (बी), यलवंतगी, तेगनूर और बन्नूर गांवों में बंद पड़े बोरवेल की पहचान कर इंजेक्शन शाफ्ट तकनीक के जरिए धरती की सतह पर बह रहे पानी को फिल्टर करने का काम किया जा रहा है।
90 फीसदी हिस्सा वाटर एड इंडिया वहन करेगा
10 ग्राम पंचायतों में गोकट्टे की गाद साफ करने, नए गोकट्टे बनाने, झील बनाने और चेकडैम बनाने समेत कोई भी काम शुरू करने से पहले वाटर एड इंडिया के तकनीकी कर्मचारी गांव में जाकर ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी जरूरतों को समझते हैं। इसके बाद काम शुरू करते हैं। चेक डैम, गोकट्टे और बोरवेल रिफिलिंग सिस्टम लगाने की कुल लागत का 90 फीसदी हिस्सा वाटर एड इंडिया वहन करेगा। बाकी 10 फीसदी ग्रामीणों से लिया जाएगा, ताकि उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके। काम पूरा होने के बाद इसे उस जल उपयोगकर्ता संघ को सौंप दिया जाएगा, जिसके ग्रामीण सदस्य हैं।
कलबुर्गी जिले में वर्षा जल संचयन अभियान के तहत तीन तालुकों में गोकट्टे, चेक डैम, बोरवेल रिफिलिंग और जल भंडारण टैंकों की मरम्मत का काम सात सदस्यों वाली वाटर एड कर रही है।
गोकट्टे बनाने की योजना बनाई
अगर बारिश का पानी आएगा, तो भविष्य में भूजल का उपयोग करना संभव होगा। हम गांव में एक और गोकट्टे बना रहे हैं। हमने हर साल दो गोकट्टे बनाने की योजना बनाई है।
–श्रीधर पाटिल, अध्यक्ष, गणजलखेड़ा ग्राम पंचायत
दस ग्राम पंचायतों में वर्षा जल संचयन
हम कलबुर्गी जिले की दस ग्राम पंचायतों में वर्षा जल संचयन पर काम कर रहे हैं। हम ग्रामीणों के सहयोगात्मक कार्यों की सफलता के आधार पर अगली योजना तैयार करेंगे।
–अभय राज, जिला संयोजक, वाटर एड इंडिया
मनरेगा के तहत शेष काम
जिले में भूजल स्तर बढ़ाने के लिए काम कर रही वाटर एड इंडिया ने जिला पंचायत के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। वे काम को पूरा करने के लिए मनरेगा के तहत शेष कामों को पूरा कर रहे हैं।
–भंवर सिंह मीना, सीईओ, जिला पंचायत. कलबर्गी