हुब्बल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री प्रियांक खरगे।

प्रियांक खरगे ने भाजपा पर साधा निशाना
हुब्बल्ली. ग्रामीण विकास व पंचायत राज मंत्री प्रियांक खरगे ने बुधवार को असंतुष्ट भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल से राज्य में पिछली भाजपा सरकार के दौरान कोविड-19 प्रबंधन में कथित 40,000 करोड़ रुपए के घोटाले से संबंधित दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की अपील की।

मंत्री प्रियांक ने कहा कि यत्नाल को कम से कम विवरण न्यायाधीश जॉन माइकल कुन्हा जांच आयोग को सौंपना चाहिए ताकि कोरोनो वायरस संबंधी अनियमितताओं की जांच की जा सके। प्रियांक ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यत्नाल के बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और विधानसभा में विपक्ष के नेता स्पष्टीकरण देना चाहिए।

पत्रकारों से बातचीत में प्रियांक ने कहा कि कांग्रेस ने जब कोविड प्रबंधन में अनियमितता का आरोप लगाया था तो तत्कालीन भाजपा सरकार ने उसे खारिज कर दिया था। अब भाजपा के विधायक ही अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं और पार्टी ने निष्कासित किए जाने पर उसके सबूत सार्वजनिक करने की चेतावनी दे रहे हैं। प्रियांक ने कहा कि यत्नाल को दस्तावेज सार्वजनिक करना चाहिए या मामले की जांच कर रहे आयोग को सौंपना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि जांच रिपोर्ट कब आने की उम्मीद है, मंत्री ने कहा कि आयोग ने अभी तक रिपोर्ट जमा नहीं की है क्योंकि वह अभी भी इसकी जांच कर रहा है क्योंकि यह 40,000 करोड़ रुपए की भारी अनियमितता से संबंधित है।

राम मंदिर का निर्माण अच्छी बात है, राम राज्य कब
प्रियांक ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण करना अच्छी बात है परंतु सभी को सामाजिक और आर्थिक समानता से देखने वाला राम राज्य कब बनेगा। बेरोजगारी मुक्त, मूल्य-वृद्धि-नियंत्रित, आर्थिक सशक्तिकरण वाले शासन की लोगों की उम्मीदों पर पानी फेरा है। उन्होंने कहा कि मुफ्त योजनाओं पर भाजपा दोहरा रवैया अपना रही है। भाजपा मुफ्त योजना की घोषणा करती है, तो यह लोगों के कल्याण के लिए होती है और यदि कांग्रेस देती है तो यह आर्थिक दिवालियापन हो जाता है। आयुष्मान, मनरेगा परियोजनाओं में राज्य की हिस्सेदारी 50 फीसदी होने के बाद भी इसे केंद्र की योजना की तरह प्रचारित किया जा रहा है।

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