महादेवप्पा रामपुरे चिकित्सा महाविद्यालय का दीक्षांत समारोह
कोविड रोगियों का उपचार
कलबुर्गी. हैदराबाद-कर्नाटक शिक्षा संस्था के महादेवप्पा रामपुरे चिकित्सा महाविद्यालय में आयोजित वर्ष 2016 के बैच के स्नातकों के दीक्षांत समारोह में आईसक्रीम बिक्री करने वाले के पुत्र शिवसागर जाट ने 7 गोल्ड मेडल हासिल किए।
छात्र शिवसागर जाट के पिता नंदलाल जाट सुपर मार्केट में गत 40 वर्षों से आईसक्रीम बेच कर अपने परिवार का खर्च उठाते थे। साथ में पुत्र शिवसागर को भी उत्तम चिकित्सकीय शिक्षा दिलवाई है। सूक्ष्मजीव विज्ञान, शरीरविज्ञान, औषध विज्ञान विषय समेत कुल 7 विषयों में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले शिवसागर आगे एमएस कर सर्जन होने की इच्छा जाहिर की है।

मेघा पाटील तथा सिंधुजा देवपाल ने 3-3 तथा मारिया सुल्तान ने दो गोल्ड मेडल प्राप्त किए। 150 विद्यार्थियों ने डिग्रीधारक बनकर चिकित्सकीय शपथ स्वीकार की। एमआरएमसी डीन डॉ. एस.एम. पाटील ने शपथ दिलाई।
एचकेई संस्था के अध्यक्ष डॉ. भीमाशंकर सी. बिलगुंदी, एचकेई संस्था के उपाध्यक्ष डॉ. शरणबसप्पा आर. हरवाळ, सचिव डॉ. जगन्नाथ बीजापुर, सह सचिव डॉ. महादेवप्पा रामपुरे, प्राचार्य डॉ. शरणगौडा एस. पाटील, डॉ. मल्लिकार्जुन एस. तेगनूर, डॉ. महानंदा एस. मेलकुंदी आदि उपस्थित थे।
नागपुर के दत्तामेघ चिकित्सकीय विज्ञान महाविद्यालय के कुलपति डॉ. वेदप्रकाश मिश्रा ने कहा कि यह एक दीक्षांत समारोह है। सीखने की रुचि जिस व्यक्ति में होती है वह हमेशा सीखने की चाह रखता है। इसके चलते कालेज से बाहर जाने के बाद में आपकी सीखने चाहत निरंतर होनी चाहिए।
छात्रा मारिया सुल्ताना ने कहा कि कोरोना काल में भी मेरे परिजनों ने समर्थन देकर प्रोत्साहित किया। उनकी इच्छा अनुसार चिकित्सक बन गई। आगे ओबीजी करने की इच्छा है।
शिवसागर ने कहा कि बसवेश्वर अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में कोविड संक्रमितों को शिफ्ट अनुसार चिकित्सा देने के लिए वरिष्ठ चिकित्सकों की हमने मदद की थी। वह हमारे लिए चिकित्सकीय प्रायोगिक सीखने का अनुभव दिया। एक माह कोविड संक्रमितों को चिकित्सा देकर परिजनों तथा अपने मित्रों से दूर रहा था। उसके फलस्वरूप आज मैंने सात गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। भौत्तिक कक्षाएं स्थगित होकर आनलाइन कक्षाओं से शुरुआत में पढ़ाई करना मुश्किल हो गया था। व्याख्याताओं ने चार्ट, डायग्राम, यूट्यूब में लिंक उपलब्ध कर पढ़ाई में काफी मदद की।