यत्नाल के बयान पर शिवकुमार ने उठाया सवाल
हुब्बल्ली
. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री बनाने के लिए 2500 करोड़ रुपए मांगने का विधायक बसनगौड़ा पाटील ने बयान दिया है परन्तु प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई समेत किसी भी जांच एजेन्सी ने कार्रवाई नहीं की है। इसमें किसे बचाया जा रहा है?
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिवकुमार ने कहा कि संविधान जलाने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री किसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं इसका खुलासा करना चाहिए। यत्नाल को तुरन्त हिरासत में लेना चाहिए। उन्हें गवाह बनाकर जांच करनी चाहिए। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नळिन कुमार कटील भी इसमें लिप्त हैं। वे भी भ्रष्टों को बचाने में जुटे हैं। क्या यत्नाल मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं जो इस प्रकार के बयान दे रहे हैं। भाजपाई अनगिनत घोटाले कर रहे हैं। होटल में व्यंजन के दाम निर्धारित किए जाते हैं उसी प्रकार सरकारी पद बिक रहे हैं। हम मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग नहीं करेंगे, जांच होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री में राजनीतिक प्रतिबद्धता है तो पार्टी की मर्यादा बचाएं

शिवकुमार ने कहा कि यत्नाल के बयान से पूरे देश में हलचल मची हुई है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री में राजनीतिक प्रतिबद्धता है तो पार्टी की मर्यादा की रक्षा करनी चाहिए। मंत्री पद के लिए 50 से 100 करोड़ रुपए लेकर आने का बयान दिया है। राज्य के घोटालों पर सभी गौर कर रहे हैं। इस सरकार का जन्म ही विधायकों को खरीदने के जरिए हुआ है। हमने विभिन्न विधायकों को लालच देते देखा है। आज राज्य की जनता हर एक में भ्रष्टाचार के बारे में चर्चा कर रही है। सभी नियुक्तियों का भी रेट फिक्स हुआ है। होटल में व्यंजन के दाम की तरह इन्होंने रेट टांगा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे को संवाददाता सम्मेलन करने पर नोटिस दिया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने यत्नाल को नोटिस क्यों नहीं दिया। अनियमितता को उजागर क्यों नहीं कर रहे हैं। कौन से मंत्री इसमें लिप्त थे इसकी जांच होनी चाहिए। इसमें कटील भी लिप्त हैं इस लिए इस पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेसियों ने घोटाला किया है तो इसकी भी जांच होनी चाहिए। पूर्व मख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बयान दिया है, उनके बयान को नहीं सुन रहे हैं। लोकतंत्र व्यवस्था में अपने 40 वर्ष की राजनीति में इस प्रकार नहीं देखा।

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