विधायक प्रियांक खरगे ने लगाया आरोप
कलबुर्गी. विधायक प्रियांक खरगे ने कहा कि भाजपा वाले गरीब युवाओं के सिर में धर्म का नशा परोसकर समाज को विभाजित करने का कार्य कर रहे हैं। गरीबों के बच्चों को आरएसएस की शाखाओं में भेजने वाले भाजपाई अपने बच्चों को कॉन्वेंट स्कूल भेज रहे हैं।
वे कलबुर्गी जिला वाडी शहर में मादिग समाज की ओर से बाबु जगजीवनराम जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित आम सभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा के किसी भी प्रमुख नेता के बच्चे ने क्या कभी भगवा गमछा पहनकर घूमा है।
साहित्यकार दासनूरु कूसण्णा, डॉ. माणिक टी. कट्टिमनी, लिंगराज ताराफैल ने विचार व्यक्त किया।
मापण्णा हदनूर, नगर सभा की अध्यक्ष जरीना बेगम, नगर सभा उपाध्यक्ष देविंद्रप्पा करदल्ली, टोपण्णा कोमटे, सैय्यद मेहमूद साहेब, शंकरय्यास्वामी मद्री समेत समाज के प्रमुख उपस्थित थे।


राज्य भाजपा सरकार ही हिन्दू विरोधी


कलबुर्गी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रियांक खरगे ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से घोषित विभिन्न समुदायों के निगम, मंडलों के लिए घोषित राशि को मंजूर नहीं करने के जरिए हिन्दू विरोधि रुख अपना रही है। विश्वकर्मा, ओक्कलिगा, वीरशैव-लिंगायत, मराठा विकास निगमों को राशि ही मंजूर नहीं की है। क्या ये हिन्दू नहीं हैं। चुनाव आने पर मात्र निगमों की घोषणा करने वाली सरकार इनके लिए घोषित अनुदान को मंजूर नहीं किया है। वीरशैव विकास निगम के लिए 500 करोड़ रुपए की घोषणा कर मात्र सौ करोड़ रुपए मंजूर किया है। विश्वकर्मा विकास निगम के लिए 7.99 करोड़ रुपए की घोषणा की है परन्तु आर्थिक विकास मात्र शून्य है। अंबिगर चौडय्या विकास निगम को 8.41 करोड़ रुपए अनुदान की घोषणा की है परन्तु आर्थिक प्रगति शून्य है। ओक्कलिगा विकास निगम अभी भी संपूर्ण तौर पर कार्य नहीं कर रही है। बसवकल्याण चुनाव के दौरान घोषित मराठा विकास निगम की अभी तक स्थापना ही नहीं हुई है। उप्पार विकास निगम को 6.79 करोड़ रुपए घोषित किया परन्तु राशि मंजूर नहीं की। आर्य वैश्य समाज के लिए पांच करोड़ रुपए अनुदान की घोषणा की थी परन्तु इसमें 89.09 लाख रुपए मात्र खर्च हुए हैं। खानाबदोश निगम के लिए 12.29 करोड़ रुपए की घोषणा की परन्तु आर्थिक लक्ष्य हासिल नहीं किया। काडुगोल्ल विकास निगम स्थापित करने की घोषणा की थी अभी तक स्थापना नहीं किया।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास बताने योग्य कुछ नहीं है। इस लिए हिजाब, हलाल कट, झटका कट, मस्जिदों में लाउड स्पीकर पर अजान, फल व्यापारी जैसे लोगों को भड़काने वाले मुद्दों को उछाल रही है। सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काकर और एकाध चुनाव जीत सकते हैं परन्तु इसका दंश सैकड़ों वर्ष तक लोगों को ढसता रहेगा। कर्नाटक पहले ही शांति, सद्भाव के लिए जाना जाता है। भाजपा नेताओं ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए इसे बर्बाद कर रहे हैं। विभिन्न सेना, दल हलाल मुद्दे पर बयान दे रहे हैं। अदानी, बाबा रामदेव समेत प्रधानमंत्री के करीबी ही अरब देशों को हलाल मांस का निर्यात कर रहे हैं। हिन्दूवादी सगठनों में हिम्मत है तो इन संस्थाओं को ताला जड़कर दिखाएं।
खरगे ने कहा कि किसी भी मुद्दे पर पूछने पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई न्यायालय को जाने को कहते हैं। कोई भी सरकार के संविधान के तहत नहीं चली तो लोग अदालत की शरण में जाते हैं। हर एक के लिए अदालत ही जाना है तो फिर विधानसौधा क्यों रहना चाहिए। इसे आग लगा दी जिए।
संवाददाता सम्मेलन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष जगदेव गुत्तेदार, विधान परिषद के पूर्व सदस्य अल्लमप्रभु पाटील, तिप्पण्णप्पा कमकनूर, पूर्व महापौर शरणु मोदी, जिला पंचायत पूर्व सदस्य अरुण कुमार पाटील, डॉ. किरण देशमुख, ईरण्णा झलकी आदि उपस्थित थे।

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