तीन वर्षों में 440 मामले दर्ज
हुब्बल्ली. हुब्बल्ली-धारवाड़ जुड़वां शहर में ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में सोशल साइट्स, ओटीपी तथा ऑनलाइन के जरिए धोखाधड़ी के 440 मामले दर्ज हुए हैं और 6.11 करोड़ रुपए की ठगी की है।
कुल मामलों में 40 मामलों में आरोपियों का पता लगाया गया है और एक को मात्र सजा हुई है। 78.11 लाख रुपए राशि बरामद की गई है। जुड़वां शहर में हालही के दिनों में सप्ताह में चार से छह नए मामले दर्ज हो रहे हैं।
बैंक, संपत्ति खरीदी, वाहनों की बिक्री, किराए का मकान तलाशने आदि की जानकारी प्राप्त करने के लिए कुछ लोग गूगल की शरण में जा रहे हैं। ऐसे बहुत सारे लोग ऑनलाइन जालसाजों के जाल में फंसे हैं।

बैंक खाता बंद हुआ है, एटीएम कार्ड को केवाईसी लिंक करना है, उपभोक्ता सेवा केंद्र से कॉल किया गया है कहकर कॉल कर के बैंक से संबंधित जानकारी प्राप्त कर धोखाधड़ी की जाती है। कम दाम में कार, दुपहिया वाहन, मोबाइल फोन समेत विभिन्न वस्तुओं की बिक्री का झांसा देकर उनसे ओटीपी प्राप्त कर उनके खाते से रुपए स्थानांतरित (ट्रांसफर) करने के जरिए ठगते हैं।
जालसाज आधार कार्ड संशोधन, बैंक खाता कार्ड नवीनीकरण आदि कारणों की आड में एनी डेस्क एप डाउनलोड करने या फिर भेजने वाले लिंक को ओपन करने के लिए कहते हैं। उनकी बातों में आने के कुछ ही पल में खाते से राशि धोखेबाजों के खाते में चली जाती है।
जनजागरुकता फैलाई जा रही है
अधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों में ऑनलाइन धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए अपनाए जाने वाली जरूरी कार्रवाई के बारे में मौजूद हैण्डबिल बांटे जा रहे हैं। व्यक्तिगत तथा बैंक से संबंधित जानकारी मोबाइल पर किसी से भी साझा नहीं करना चाहिए। बैंक के नाम पर कॉल आने पर बैंक जाकर ही पूछताछ करनी चाहिए। हर माह में एक बार माइक के जरिए जनजागरुकता फैलाई जा रही है। स्कूलों को जाकर बच्चों को भी साइबर धोखाधड़ी के बारे में समझाया जा रहा है।
-एमएस हूगार, निरीक्षक, साइबर पुलिस थाना, हुब्बल्ली