
दावणगेरे .होन्नाली कस्बे के तालुक कार्यालय में पेयजल की समस्या बढ़ गई है और रोजाना कार्यालय आने वाली जनता व चुनाव कर्मियों को परेशानी हो रही है।
सोरटूरु के हनुमंतप्पा, केंचप्पा कहते हैं कि दफ्तर में बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे आते हैं। दफ्तर में समय पर काम नहीं होने के कारण घंटों इंतजार करना पड़ता है। इस बीच प्यास लगने पर पानी की तलाश की स्थिति बनी हुई है। कार्यालय में कहीं भी पानी की व्यवस्था नहीं है। होटलों में पानी पीना चाहें तो वहां पीने का साफ पानी नहीं मिलता। 20, 30 रुपए देकर बोतल लेना पड़ता है। नगर परिषद में भी यही स्थिति है। अब चुनाव का समय है, चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के लिए भी पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है।
एक कर्मचारी का कहना है कि चेकपोस्ट और तालुक कार्यालयों में काम करने वाले चुनाव कर्मचारियों को छुट्टियों के दिन भी काम करना पड़ता है। तब होटल बंद रहते हैं। उन्हें पीने के पानी और खाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। हम पैसा देंगे तो भी नहीं मिलेगा। कुछ उच्च रक्तचाप, मधुमेह और अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं। उन्हें समय पर खाना और पीने का पानी चाहिए।
चुनाव की जिम्मेदारी लेने वाले अगर पेयजल और भोजन की व्यवस्था करेंगे तो वे आराम से काम कर सकते हैं।
अपना नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान मात्र पेयजल और भोजन की व्यवस्था की अनुमति रहती है। बकाया उन्हें े हर दिन ड्यूटी के लिए रिपोर्ट कर किस तरह सेवा करते हैं उसी तरह से चलना पड़ता है। चुनाव आयोग की ओर से हमें तुरंत पैसा जारी नहीं किया जाएगा। तब तक हममें से कुछ लोगों को अपनी जेब से भुगतान करके इन्हें उपलब्ध कराना पड़ता है। हम मासिक वेतन के लिए काम करते हैं, इतनी बड़ी रकम का भुगतान कैसे कर सकते हैं?
जनता व कर्मचारियों का कहना है कि जिला स्तर के अधिकारियों को कार्यालय में पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध करनी चाहिए।