विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के हुब्बल्ली महानगर जिला इकाई का शौर्य जागरण यात्रा
हुब्बल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कर्नाटक उत्तर प्रांत के प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य रवींद्र ने कहा कि हमारी वीरता का इतिहास देश की वर्तमान रक्षा में प्रेरणा बनना चाहिए। आज के आधुनिक समय में हिंदुओं की बहादुरी सामने आनी चाहिए।

वे शनिवार को हुब्बल्ली के सवाई गंधर्व हॉल में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के हुब्बल्ली महानगर जिला इकाई की ओर से आयोजित शौर्य जागरण यात्रा के समापन समारोह में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि देश का इतिहास पराजय का इतिहास नहीं है। यह संघर्ष से भरा है। दुनिया में जितनी भी सभ्यताएं रही हैं, वे नष्ट हो चुकी हैं परन्तु हमारी बहादुरी के कारण आज केवल सिंधु सभ्यता ही बची है। देश की आजादी के लिए 2500 साल का संघर्ष उतना ही महत्वपूर्ण है जितना आजादी से पहले क्रांतिकारियों का एक साल का संघर्ष। क्रांतिकारियों के संघर्ष और बलिदान को याद करना चाहिए। रवींद्र ने कहा कि वीडी सावरकर के कारण ही सुभाष चंद्र बोस क्रांतिकारी बने। स्वतंत्रता संग्राम में छह लाख क्रांतिकारियों ने भाग लिया था। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांधीजी के चित्र के साथ बोस और सावरकर के चित्र भी लगाने चाहिए।

सुरक्षा, संस्कार और सेवा की दृष्टि से कार्य कर रहा संगठन
र वींद्र ने कहा कि धर्मांतरण, गोहत्या, लव जिहाद सहित कई समस्याओं के लिए बाहरी लोगों जितना ही हम भी जिम्मेदार हैं। इसे ठीक करना चाहिए। बूढ़ी गायों को बेचने के बजाय उन्हें पालने के लिए आगे आने वाले लोगों की संख्या भी बढऩी चाहिए। विश्व हिंदू परिषद के धर्माचार्य संपर्क, मंदिर, अर्चक प्रमुख बसवराज ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद को 2024 तक 60 वर्ष हो जाएंगे। यह विश्व का सबसे बड़ा संगठन है। देश के 70 हजार गांवों और 32 देशों में संगठन है। सुरक्षा, संस्कार और सेवा की दृष्टि से संगठन कार्य कर रहा है। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की ओर से 85,000 से 90,000 गायों को बूचडख़ाने में जाने से रोका गया है। हमारी विरासत के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए पिछले सितंबर में एक जागरूकता यात्रा शुरू की गई थी। उसे इस अक्टूबर के लिए जागरूकता यात्रा निकाली गई है। यात्रा स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ. महेश नलवाड़ा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में कुंदगोल के कल्याणपुर मठ के अभिनव बसवन्नज्जा स्वामी ने सानिध्य किया था। विश्व हिंदू परिषद हुब्बल्ली महानगर के अध्यक्ष संजय बडस्कर, रघु यलक्कनवर, रमेश कदम आदि उपस्थित थे।

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