पीएम विश्वकर्मा योजना
मेंगलूरु. केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में लागू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पहले चरण में राज्य के केवल 18 जिलों का चयन किया गया है, परन्तु उडुपी और दक्षिण कन्नड़ समेत 13 जिलों के लाभार्थियों को आवेदन करने का मौका नहीं दिया है। केंद्र सरकार ने पारंपरिक रूप से प्रचलित लगभग 18 व्यवसायों को कौशल और वित्तीय मजबूती प्रदान करके जीवन स्तर में सुधार और देश की आर्थिक प्रगति में सुधार करने के लिए इस योजना का गठन किया है।
इनमें कारपेंटर, नाव निर्माता, भट्ठी श्रमिक, लोहार, टोकरी-चटाई बुनकर, टोकरी बुनकर, स्वर्णकार, धोबी, मूर्तिकार, पारंपरिक गुडिय़ा निर्माता, कुम्हार, मोची, दर्जी, हेयरड्रेसर, प्लास्टर, माला निर्माता, मछली पकडऩे के जाल निर्माता शामिल हैं।
दूसरे चरण में मिलेगा सभी जिलों को मौका
एक अधिकारी ने बताया कि पहले चरण में सभी जिलों के लाभार्थियों को योजना के तहत आवेदन करने की अनुमति देने पर तकनीकी समस्या ठीक करना मुश्किल हो सकता है इसके कारण केवल 18 जिलों को मात्र मौका दिया गया है। दूसरे चरण में सभी जिलों को मौका मिलेगा।
चयनित जिले
बेलगावी, यादगिरी, रायचूर, बीदर, कलबुर्गी, बागलकोट, बेंगलूरु शहर, बेंगलूरु ग्रामीण, कोप्पल, हावेरी, दावणगेरे, गदग, तुमकूर, कोलार, बल्लारी, विजयपुर, चिक्कबल्लापुर, चित्रदुर्ग जिले के लाभार्थी आवेदन कर सकते हैं।
लंबित जिले
उडुपी, दक्षिण कन्नड़, उत्तर कन्नड़, कोडगु, शिवमोग्गा, हासन, चिक्कमगलूरु, धारवाड़, रामनगर, मंड्या, मैसूर, चामराजनगर, विजयनगर जिलों का चयन पहले चरण में नहीं किया गया है।
उडुपी और दक्षिण कन्नड़ में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने इस पेशे को अपना लिया है। इन जिलों के लाभार्थियों को भी तुरंत आवेदन करने का मौका देने की मांग जा रही है।
शामिल होने की उम्मीद
योजना के प्रथम चरण में केवल 18 जिलों का चयन किया गया है। अगले चरण में उडुपी, दक्षिण कन्नड़ शामिल होने की उम्मीद है। 18 के अलावा अन्य जिलों के लाभार्थियों को फिलहाल आवेदन करने की अनुमति नहीं है।
–नागराज वी. नाइक, और गोकुलदास नाइक, संयुक्त निदेशक, जिला उद्योग केंद्र, उडुपी और दक्षिण कन्नड़