
कांग्रेस नेताओं ने जताया संदेह
हुब्बल्ली. विनय कुलकर्णी के निजी सचिव प्रशांत केकरे ने कहा कि हाल ही में कांग्रेस नेताओं के घर और कार्यालय पर हुई छापामारी के दौरान शामिल अधिकारियों ने लगातार पीजे बॉस शब्द का इस्तेमाल कर रहे थे, जो संदेह का कारण बना हुआ है।
धारवाड़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए केकरे ने कहा कि आयकर अधिकारियों ने गुरुवार शाम को मुझे अपने घर बुलाया और करीब 16 घंटे तक घर की तलाशी ली। इस अवधि के दौरान पी.जे. बॉस का नाम लगातार सुनाई दे रहा था। साथ ही अधिकारियों का कहना है कि आप बहुत तेजी से जा रहे हैं। यह अच्छा नहीं है कहकर चेतावनी भी दी।
धारवाड़ सिटी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ईश्वर शिवल्ली ने कहा कि भाजपा में बड़े कारोबारियों की तुलना में वे बहुत छोटे कारोबारी हैं। इसके बावजूद आयकर अधिकारियों ने उनके कार्यालय पर छापा मारा और फ़ाइलों की जांच की। करीब 30 घंटे की तलाशी के दौरान उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं पहले किस पार्टी का था और बाद में किस पार्टी में शामिल हुआ। हमने दो दशकों से भाजपा को संगठित कर विकसित किया। वहां की व्यवस्था से तंग आकर हम कांग्रेस में शामिल हुए हैं। अब भाजपा ने हम पर आयकर छापामारी का तोहफा दिया है। इस छापामारी के पीछे केंद्रीय मंत्री पहलाद जोशी और विधायक अमृत देसाई का हाथ होने का शक है। कांग्रेस में शामिल होने के बाद मैं रोजाना 8 घंटे पार्टी के लिए काम करता था, अब से मैं 24 घंटे काम करूंगा।
धारवाड़ ग्रामीण ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंद एगनगौडर ने कहा कि मुझे शुक्रवार शाम आयकर अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया। भाजपा के इस षड्यंत्र पर क्षेत्र में सबकी पैनी नजर है। निश्चित तौर पर मतदाता इस चुनाव में इनका माकूल जवाब देंगे।
शिवलीला कुलकर्णी ने कहा कि इन तीनों के साथ ही प्रदीप पाटिल के घर पर भी आईटी ने छापा मारा है। इससे उनके घर में महिलाएं और रिश्तेदार डरे हुए हैं। विनय कुलकर्णी के प्रचार कार्य में भी समस्या हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि विनय के बारे में कोई तस्वीर या वीडियो व्हाट्सएप स्टेटस या फेसबुक के माध्यम से साझा करने पर पुलिस थाने में बुलाकर उसे हटाने को कह रहे हैं।