
थाना निरीक्षकों को जानकारी देने के दिए निर्देश
हुब्बल्ली. हुब्बल्ली-धारवाड़ पुलिस आयुक्तालय के विभिन्न थानों में पांच साल से सेवा दे रहे कर्मियों के तबादले का समय आ गया है। पिछले साल जुलाई में शहर के विभिन्न थानों में 200 से अधिक कर्मियों का तबादला किया गया था। अब इसी प्रकार के तबादले प्रक्रिया की जाएगी।
कमिश्नरेट यूनिट में दो साल से कर्मचारियों के तबादले की प्रक्रिया चल रही है। पूर्व आयुक्त लभूराम ने कर्मचारियों के तबादले कर प्रशासन को गति देने की प्रस्तावना लिखी थी। दस साल से एक ही थाने में काम कर रहे कर्मियों को यूनिट के अलग-अलग थानों में तबादला किया जा रहा है। फिलहाल ट्रांसफर के लिए 5 साल की सेवा सीमा (सर्विस लिमिट) रखी गई है।
इस संबंध में पुलिस आयुक्त रमन गुप्ता ने बुधवार (31 मई) को यूनिट एरिया के एसीपी और सभी थानों के निरीक्षकों (इंस्पेक्टरों) को पत्र लिखकर कर्मियों की जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। पिछले साल तबादला प्रक्रिया के संबंध में जानकारी जुटाने पर 400 से अधिक कर्मी तबादला सूची में थे। एक साथ सभी कर्मियों का तबादला करने से कानून व्यवस्था की समस्या होगी, इसे ध्यान में रखते हुए चार साल से अधिक समय से ड्यूटी पर तैनात कर्मियों व अधिकारियों का ही तबादला किया गया था। इस साल भी सूची में 400 से ज्यादा कर्मियों के तबादले होने का अनुमान है। जुड़वां शहरों में 19 थानों में से 4 यातायात (ट्रैफिक) पुलिस थाने हैं।
इनमें 30 से अधिक कर्मी 10 से दस वर्षों से अधिक समय से एक ही थाने में हैं। उन्होंने वहीं से अपना करियर शुरू किया और हवालदार, एएसआई, एसआई के तौर पर पदोन्नत हुए हैं। कुछ वहीं से सेवानिवृत्त (रिटायर) हो चुके हैं। एक-एक थाने में 5 साल से कार्यरत 20 से 25 फीसदी कर्मचारी हैं।
फिर से चिंता, रणनीति की में जुटे
कई वर्षों से एक ही थाने में कार्यरत कर्मियों का स्थानीय नियंत्रण होने के कारण अवैध गतिविधियों को परोक्ष समर्थन मिल रहा है। आयुक्त के पत्र ने उन लोगों को नाराज कर दिया है जो मलाइदार स्थान पर कंप्यूटर संचालन, अपराध शाखा, अदालत, लिपिक, वाहन निरीक्षण कर्तव्यों में आराम से थे। आयुक्त किस थाने और किस विभाग में तैनात करेंगे इसको लेकर भी चिंता सता रही है। स्थानांतरण की खबर लगते ही कुछ लोग जनप्रतिनिधियों के पास जा कर आयुक्त पर दबाव बनाने की रणनीति बना रहे हैं।