अनियंत्रित धूल से परेशान शहर के लोग
हुब्बल्ली. शहर में अपेक्षित मात्रा में बारिश नहीं हुई। धूल की समस्या का समाधान नहीं हुआ। शहर क्षेत्र में सफाई कर्मियों की पहुंच से बाहर स्थित जगहों पर पड़ी गंदगी के ढेर हैं।

सड़कों के किनारों और कच्ची सड़कों की ढीली मिट्टी भारी वर्षा के पानी में मिलकर हर साल बह जाती थी। नालों और शहरी नाले में पड़ा ठोस कचरा भी बह जाता था। खाली स्थानों पर फेंके गए कूड़े-कचरे की दुर्गंध को भी बरसात का मौसम दूर कर देता था परन्तु इस साल बारिश का मौसम हुब्बल्ली में नयापन अभी तक नहीं फैला है। वहां पड़ा सारा कूड़ा दुर्गंध को और फैला रहा है।

झमाझम बारिश और कुछ देर की बारिश से दिक्कतें बढ़ गई हैं। सडक़ के किनारे का सारा ठोस कचरा और ढीली मिट्टी सडक़ों को ढक रही है। हल्की बारिश से पक्की सडक़ों पर भी कीचड़ बहुतायत में फैल रहा है। यह भारी वाहनों के पहियों में फंसकर पूरे शहर में फैल रहा है। बारिश रुकने के अगले दिन ही सारा कीचड़ धूल में बदल कर जनता को परेशान किया है। जैसे-जैसे दिन बीत रहा है, हुब्बल्ली की लगभग सभी सडक़ों पर धूल बढ़ती जा रही है।

लोगों का कहना है कि सडक़ पर फैली धूल और अन्य कचरे के निपटान के लिए यांत्रिक प्रणाली होने के बावजूद हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम ने इसका प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं किया है। कूड़ा निस्तारण के लिए नगर निगम करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है। हकीकत में देखा जा रहा है कि कूड़ा निस्तारण का मूल उद्देश्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है।लोगों का कहना है कि हर साल बरसात का मौसम हुब्बल्ली की गंदगी को बहा ले जाता था। लोगों को अब भी भारी बारिश की उम्मीद है। लोग बारिश से धूल-मिट्टी धुलने की उम्मीद कर रहे हैं। महानगर की साफ-सफाई बनाए रखने की जिम्मेदारी नगर निगम की है।

इसके बाद भी साफ-सफाई बनाए रखने के लिए जरूरी व्यवस्था नहीं अपनाई गई है।

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