प्रशिक्षण कार्यक्रम सफल रहा
गदग. पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के छात्रावासों में रहने वाले सरकारी स्कूल के छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए विभाग की ओर से चलाया गया बुनादी प्रशिक्षण कार्यक्रम सफल रहा है। छात्रों ने बुनादी प्रवीणता परीक्षा में प्रथम और द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण किया है।
छात्रावास के छात्रों को आवास और भोजन उपलब्ध कराने के अलावा, विभाग ने उन्हें पढ़ाई में आगे लाने के उद्देश्य से बनादी कार्यक्रम तैयार किया है। इसके लिए सरकार 15 दिनों के प्रशिक्षण के लिए प्रति छात्र पर 2,500 रुपए खर्च करती है। गणित और विज्ञान शिक्षकों के लिए प्रतिदिन 2,000 रुपए और अंग्रेजी, व्यक्तित्व विकास, कला शिक्षकों के लिए 1,500 रुपए मानद राशि ददे रही है।
छात्रों के सीखने के स्तर में हुआ काफी सुधार
पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अधिकारी ने बताया कि बुनादी प्रशिक्षण 8 से 23 अक्टूबर तक था। प्रशिक्षण शुरू होने के दिन, छात्रों के सीखने के स्तर को जानने के लिए 20 अंकों का एक छोटी परीक्षा आयोजित की गई थी। 10 दिनों के बाद हमने उनके सीखने में बदलाव जानने के लिए बुनादी क्षमता परीक्षा ली। आश्चर्यजनक परिणाम मिला है। छात्रों के सीखने के स्तर में काफी सुधार हुआ है।
व्यक्तित्व विकास को भी प्राथमिकता
शिक्षकों का कहना है कि बुनादी प्रशिक्षण के तहत विभिन्न गतिविधियों के जरिए पाठ्यक्रम सिखाया जाता है। विज्ञान एवं गणित विषय व्यवहारिक रूप से पढ़ाए जाते हैं। इससे छात्रों को पाठ के साथ-साथ एक अवधारणा भी मिलती है। अंग्रेजी व्याकरण के शिक्षण में भी नवीनता है। बच्चों के व्यक्तित्व विकास को भी प्राथमिकता दी गई है।
हमने गरीब छात्रों के शैक्षिक सुधार को प्राथमिकता दी है। हम चाहते हैं कि वे अच्छा स्कोर करें और 100 प्रतिशत परिणाम दर्ज करें। शिक्षा विभाग के विभिन्न छात्रावासों में पढऩे वाले एसएसएलसी के 327 छात्र दशहरा की छुट्टियां पढऩे की खुशी में बिता रहे हैं। बुनादी क्षमता परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों को और अधिक के सुझाव दिए जाएंगे। इस बार दशहरा छात्रों के साथ मनाया।
–रवि गुंजिकर, जिला अधिकारी, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, गदग
अवकाश अवधि के दौरान बुनादी प्रशिक्षण में भाग लिया जो उपयोगी रहा। प्रशिक्षण में सहर्ष भाग लिया। परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने का आत्मविश्वास है।
–संगीता, एसएसएलसी की छात्रा