
देश विदेश के पतंगबाजों ने लिया भाग
हुब्बल्ली. पंछियों से ऊंची उड़ रही थी पतंगें, ऊंची उड़ान भरने के लिए लोगों में होड़ मची हुई थी।
ये सभी नजारे हुब्बल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में देखने को मिले।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के तहत शहर में नृपतुंगा बेट्टा पहाड़ी के पास वेंकटरमण मंदिर के सामने की जमीन पर क्षमता सेवा की ओर से आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का शुभारंभ किया गया।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने बेलगावी की पेशेवर पतंगबाज कीर्ति सुरंजन की ओर से तैयार फिल्म कांतारा के दृश्य वाली पतंग उड़ाकर महोत्सव का शुभारंभ किया।
विभिन्न डिजाइनों की पतंगों ने ध्यान आकर्षित किया
इंग्लैंड, फ्रांस, एस्टोनिया सहित 15 देशों और पंजाब, ओडिशा राज्यों, हुब्बल्ली-धारवाड़, बेलगावी, दोड्डबल्लापुर सहित विभिन्न जिलों के 25 से अधिक पतंगबाजों ने भाग लिया था। उत्सव में डेल्टा, इन्फ्लेटेबल, ऑक्टोपस, लिफ्टर्स, मारियो, टाइगर, फिश, ड्रैगन, के चित्रों वाले विभिन्न डिजाइनों की पतंगों ने ध्यान आकर्षित किया।
दोड्डबल्लापुर पतंग कलासंग के मंजुनाथ ने रिंग, ट्रेन और स्पाइडरमैन डिजाइन वाली पतंग उड़ाकर ध्यान आकर्षित किया।
पंजाब के पेशेवर पतंगबाज वरुण चड्ढा और ललित चड्ढा ने कहा कि हमने 25 साल से पतंगबाजी को पेशा बनाया है। हमने पिछले साल हुब्बल्ली में हुए इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल में भी हिस्सा लिया था। इस बार बाघ की छवि वाली पतंग उड़ाकर देश में बाघों की रक्षा के बारे में जागरूकता पैदा की जा रही है।
अलरवाड़, बेलगावी के सुनील बस्तवाड़ ने कहा कि हम 12 साल से पतंग उड़ा रहे हैं। मेरा लक्ष्य इस उत्सव में 500 फीट से अधिक की ऊंचाई पर गरुड़ डिजाइन की पतंग उड़ाना है।
इनका कहना है
मैंने पिछले 4 साल से इसे ही अपना पेशा बना लिया है। 34 फीट लंबा स्पाइडरमैन, आई लव हुब्बल्ली, आई लव इंडिया डिजाइन की पतंग उड़ाई जाएंगी।
–जयसालदीप, उड़ीसा
हुबली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में भाग लेना मेरे लिए खुशी की बात है। हम तीनों एस्टोनिया से आए हैं। छह पतंग उड़ाई जाएंगी।
–याना, एस्टोनिया देश