
यत्नाल ने दी चुनौती
हुब्बल्ली. विजयपुर के विधायक बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल ने कहा कि कांग्रेस लिंगायत का जाप कर रही है। उन्हें लिंगायतों से प्यार हो गया है। अगर कांग्रेस में वास्तव में हिम्मत है तो लिंगायत शेट्टर को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करें।
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यत्नाल ने कहा कि यह सच है कि बीबी. शिवप्पनयह के साथ नाइंसाफी हुई थी, उन्होंने पार्टी के लिए अत्यधिक त्याग किया था। बी.एस. येडियूरप्पा को अपनी ही कार देकर चुनाव प्रचार करवाया था। अब जगदीश शेट्टर के पार्टी छोडऩे पर लिंगायतों के साथ कैसा अन्याय हो सकता है? जगदीश शेट्टर के मेरे निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार करते हैं, तो भी मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हालांकि शेट्टर ने अतीत में मेरे खिलाफ प्रचार किया था, इसके बावजूद मैं एक निर्दलीय के तौर पर जीता था।
उन्होंने कहा कि मैं थोड़ा सीधा, भ्रष्टाचार विरोधी, परिवार विरोधी राजनीति वाला हूं। मैं हिंदुत्व के पक्ष में दृढ़ता से बोलता हूं, हिंदुत्व की बात आने पर मैंने बोम्मई के खिलाफ भी बोला है। हिंदुत्व ने शेट्टर को हर मौका दिया है, उन्होंने हिंदुत्व की बात कब की है? क्या सोनिया गांधी को विषकन्या जहरीली है कहने के बयान को मैं वापस नहीं लूंगा और न ही माफी नहीं मांगूंगा।
यत्नाल ने कहा कि कुंदगोल में भाजपा के खिलाफ बागी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लडऩे वाले चिक्कनगौडर को बना मन बड़ाना चाहिए था। भाजपा प्रत्याशी एमआर. पाटिल का समर्थन करना चाहिए था। अब तो उन्हें चुनावी मैदान से हट जाना चाहिए। कुंदगोल से भाजपा प्रत्याशी को हराएंगे कहेंगे तो लिंगायत समाज इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। हमारे समुदाय को सभी सुविधाएं मिली हैं, इसलिए भाजपा के पक्ष में है। लिंगायतों को दिया गया 2डी आरक्षण कभी नहीं हटाया जा सकता। सिद्धरामय्या से लिंगायत समुदाय को न्याय देना संभव ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि राज्य में स्पष्ट बहुमत वाली भाजपा सरकार आएगी, हमें चुनाव समीक्षाओं के बारे में विश्वास नहीं हैं। मैं सीएम उम्मीदवार नहीं हूं, मैं मंत्री पद का दावेदार नहीं हूं। मैं पार्टी के फैसले से बंधा हूं, चाहे पार्टी किसी को भी मुख्यमंत्री बनाए।
लिंगायत हमारे सबसे बड़े मतदाता हैं, प्रहलाद जोशी को बिना तत्य के बदनाम करते हैं। कुमारस्वामी को हमारे पार्टी के बारे में कहने का कोई अधिकार नहीं है। कुमारस्वामी आज की राजनीति के लिए अप्रासंगिक हैं। पार्टी ने जगदीश शेट्टर को सब कुछ दिया है। जगदीश शेट्टर ने अपने जीवन में बहुत बड़ी गलती की है। उन्हें नहीं पता कि उन्होंने किसकी सलाह पर ऐसा फैसला लिया है।