ठेकेदार की लापरवाही पर नगर निगम का बड़ा फैसला
वैकल्पिक योजना पर विचार
हुब्बल्ली. हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम की ओर से प्रस्तावित 93 करोड़ रुपए की एलईडी स्ट्रीट लाइट परियोजना कार्यादेश जारी होने से पहले ही रद्द कर दी गई है। ठेका प्राप्त कंपनी की ओर से बैंक गारंटी में देरी और लापरवाही बरतने के कारण यह निर्णय लिया गया।
परियोजना को पीपीपी (सरकारी निजी सहभागिता) मॉडल पर लागू किया जाना था, जिसके तहत तुमकुर की एक इलेक्ट्रिकल कंपनी को 77,000 एलईडी लाइटें लगाने का ठेका मिला था। अनुबंध के अनुसार कंपनी को 4.40 करोड़ रुपए की 94 माह की बैंक गारंटी देनी थी, लेकिन उसने केवल 24 माह की गारंटी दी और निगम से संपर्क भी नहीं रखा।
25 करोड़ रुपए की आवश्यकता
कंपनी की गैर-जिम्मेदाराना रवैए के कारण कार्यादेश जारी नहीं किया जा सका। अब वैकल्पिक योजनाओं पर विचार हो रहा है, जिसमें नगर निगम की ओर से स्वयं लाइटें खरीदने पर 25 करोड़ रुपए की आवश्यकता होगी।
–रुद्रेश घाली, आयुक्त, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम
और विस्तार संभव नहीं है
ठेकेदार की लापरवाही पर अब और विस्तार संभव नहीं है। 15 दिनों के भीतर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। प्रस्तावित विकल्पों में खराब लाइटों की मरम्मत, प्रत्येक प्रभाग को 2 करोड़ रुपए का आवंटन, या प्रत्येक वार्ड को 2 लाख रुपए देकर स्थानीय स्तर पर लाइटें लगवाने की योजना शामिल है। नगर निगम जल्द ही सामान्य सभा में प्रस्ताव रखकर निर्णय लेगा।
–ज्योति पाटील, महापौर, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम
