प्रगति समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने दिए निर्देश
हुब्बल्ली. जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि धारवाड़ जिले में इस साल अब तक श्वानों के काटने के 3,046 मामले दर्ज किए गए हैं। एंटी रेबीज टीकाकरण कार्यक्रम का और अधिक प्रचार-प्रसार करने की कार्रवाई करनी चाहिए।
वे जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम की जिला समन्वय समिति की बैठक एवं जिला तंबाकू नियंत्रण कोष की जिला समन्वय समिति की प्रगति समीक्षा बैठक में बोल रहीं थी।
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से जिले में रेबीज से कोई मौत नहीं हुई है। अधिकारियों को रेबीज टीकाकरण के लिए जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। धारवाड़ जिले को रेबीज मुक्त बनाने के प्रयास करने चाहिए।
20 गांवों को तंबाकू मुक्त करने का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि जिले भर में 60 दिनों तक तंबाकू मुक्त युवा अभियान मनाया जाएगा। स्कूल-कॉलेजों, 20 गांवों को पूरी तरह से तंबाकू मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। स्कूल-कॉलेजों में तम्बाकू मुक्त विद्यालय का बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाना चाहिए। जिन 20 गांवों को तंबाकू मुक्त बनाने की योजना है, वहां बैठक आयोजित करनी चाहिए। जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करनी चाहिए। छोटे बच्चे, छात्र और युवा तंबाकू उत्पादों के आदी न हो इसके लिए शहरों और गांवों में अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए।
बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शशि पाटिल, आरसीएच अधिकारी डॉ. सुजाता हसविमठ, जिला सर्वेक्षण अधिकारी डॉ. परशुराम एसके, पशुपालन उप निदेशक डॉ. रवि सालिगौडर, आबकारी अधिकारी रमेश कुमार.एच ने भाग लिया था।
जांच छापेमारी बढ़ाने के निर्देश
जिलाधिकारी को दिव्य प्रभु ने निर्देश दिया कि जिला तंबाकू नियंत्रण कोष को जांच छापेमारी बढऩी चाहिए। अवैध रूप से बिक्री करने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए। तंबाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को अनिवार्य रूप से अनुमति लेनी चाहिए।
स्वास्थ्य अधिकारी ने जिलाधिकारी को बताया कि कुछ स्थानों पर अवैध रूप से हुक्का बार चलाए जा रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को पुलिस और आबकारी कर्मचारियों के साथ मिलकर कार्रवाई करनी चाहिए। बार रेस्टोरेंट में बाल श्रमिकों से कार्य कराया जाता है तो लाईसेंस निरस्त कर मुकदमा दर्ज करना चाहिए।
