श्मशान में शेड व दहन इकाइयां तैयार
कई कॉलोनियों में सडक़-नाली-पानी की दिक्कतें अब भी जस की तस
24 गुणा 7 जलापूर्ति पाइपलाइन का काम 50 प्रतिशत पूरा, नागरिकों ने उठाई सुरक्षा और सफाई की मांग
धारवाड़. शहर के 10वें वार्ड में विकास कार्यों की गति तेज है। केलगेरी क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप स्थित श्मशान में नया शेड, दो दहन इकाइयां, लकड़ी भंडारण कक्ष और सीमेंट बेंच स्थापित किए गए हैं। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
इसके बावजूद वार्ड के कई भीतरी रास्ते जर्जर हैं। यूजीडी अवरुद्ध, कचरा निस्तारण की समस्या, स्वच्छता की कमी और आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या से नागरिक परेशान हैं। श्रीनगर, बसवनगर, विजयनगर, नेहरू नगर, केलगेरी और आंजनेयनगर में कंक्रीट व डामर सडक़ें बनाई गई हैं, जबकि कुछ पुराने क्षेत्रों में इंटरलॉकिंग ईंटों से सुधार किया गया है।
पानी की किल्लत अब भी गंभीर है। कई कॉलोनियों में पांच-छह दिन में एक बार ही पानी मिलता है। वर्षा ऋतु में मिट्टी मिश्रित पानी आने की शिकायतें आम हैं। नेहरू नगर में लोग बोरवेल और टैंकरों पर निर्भर हैं।
वार्ड में आठ आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हैं। शिवशक्ति नगर में लोकनिर्माण विभाग की सहायता से आठ नए कक्ष बनाए गए हैं और केलगेरी व आंजनेयनगर में हाईमास्ट लाइटें लगाई गई हैं।
फिर भी मैपल ब्ले, व्यास विहार और कबाड़ी लेआउट जैसे नए क्षेत्रों में सडक़, नाली और स्ट्रीटलाइट की व्यवस्था अधूरी है। गायत्रिपुर में बारिश के दौरान सडक़ डूबने की समस्या गंभीर बनी हुई है।
नागरिकों ने मांग की है कि सुरक्षा के लिए और सीसीटीवी लगाने चाहिए। पानी की आपूर्ति दो दिन में एक बार हो और अंदरूनी सडक़ों पर हंप बनाने चाहिए।
एक करोड़ रुपए से बनी सडक़ें
केलगेरी में 64 लाख रुपए से श्मशान का विकास किया गया है। शिवशक्ति व अंजनेयनगर में एक करोड़ रुपए से सडक़ें बन रही हैं। आर.के. नगर और गायत्रीपुर सहित अन्य बस्तियों में विकास कार्यों के लिए अनुदान स्वीकृत है।
–चंद्रकला कोटबागी, वार्ड पार्षद

