पिछले वर्ष मंड्या जिले में राज्य में ही सर्वाधिक मामले
बल्लारी. पिछले पांच वर्षों में राज्य में सोशल मीडिया पर सांप्रदायिकता भडक़ाने और घृणास्पद भाषण को महिमामंडित करने वाले पोस्ट साझा करने के 483 मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे मामलों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है।
राज्य में 2020 से 2024 तक के 5 वर्षों में सांप्रदायिक घटनाओं में वृद्धि देखी गई है।
बेलगावी जिले में 56 मामले, मेंगलूरु शहर में 36 तथा बेंगलूरु शहर और तुमकुर जिलों में 33-33 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद के स्थानों में बागलकोट (29), कोडगु (27), मंड्या (26), बेलगावी शहर और कोप्पल जिला (25), दावणगेरे (24), धारवाड़ जिला (22) और हुब्बल्ली-धारवाड़ शहर (19) शामिल हैं।
गृह विभाग के सूत्रों का कहना है कि बेंगलूरु ग्रामीण जिला, रामनगर, चिक्कबल्लापुर, मैसूर, हासन, चामराजनगर, चित्रदुर्ग, उत्तर कन्नड़, उडुपी और चिक्कमगलूरु जिलों में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है।
चार वर्षों तक सांप्रदायिक हिंसा का एक भी मामला नहीं हुए मंड्या जिले में 2024 में एक ही वर्ष में 26 मामले दर्ज किए गए। यह इस वर्ष किसी जिले में दर्ज मामलों की सबसे अधिक संख्या है।
फर्जी खबरों के 247 मामले
पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिकता फैलाने में फर्जी खबरें भी मदद कर रही हैं। आंकड़े बताते हैं कि 2021 से 2024 तक ऐसे 247 मामले सामने आए हैं। इसमें बेंगलूरु शहर (99) शीर्ष पर है, इसके बाद उत्तर कन्नड़ जिला (45), कोडगु (3), शिवमोग्गा (10) और तुमकुर (9) शीर्ष पांच में हैं।
नियंत्रण के उपाय
बल्लारी के सीईएन डिवीजन के डीएसपी संतोष चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया पर व्यक्त होने वाली भडक़ाऊ सामग्री की निगरानी के लिए हर जिले के हर थाने के हर सीईएन (साइबर अपराध आर्थिक अपराध और नारकोटिक्स पुलिस) डिवीजन के एसपी कार्यालय में एक सोशल मीडिया विजिलेंस टीम है। ये टीमें स्थानीय स्तर पर और जिले में चर्चा किए जा रहे विषयों पर नजर रखती हैं। पुलिसकर्मी ही गुप्त रूप से कुछ संदिग्ध समूहों में शामिल हो जाते हैं और वहां की गतिविधियों पर नजर रखते हैं। यदि समाज के लिए हानिकारक सामग्री पोस्ट पाया जाता है, तो इसे जिला पुलिस अधीक्षक के ध्यान में लाया जाता है। इसमें शामिल लोगों को तुरंत तलब कर पोस्ट को हटाया जाएगा या कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हमारे पास है संदिग्ध समूहों की सूची
हम सोशल मीडिया पर हो रही चर्चाओं पर लगातार नजर रख रहे हैं। हमारे पास संदिग्ध समूहों की सूची है। हानिकारक पोस्ट देखते ही हम तुरंत कार्रवाई करेंगे।
–डॉ. शोभारानी वी.जे., जिला पुलिस अधीक्षक, बल्लारी
सांप्रदायिक मामलों की संख्या में हुई वृद्धि
वर्ष — मामले
2020 — 51
2021 — 72
2022 — 99
2023 — 118
2024 — 143