गोवा में भाजपा का ’कांग्रेस छोड़ो’: लोबो ने बनाई बगावत की रणनीति

2019 में हारी लोकसभा सीटें जीतने की कवायद

नई दिल्ली. कांग्रेस के ’भारत जोड़ो’ अभियान को झटका देते हुए भाजपा ने बुधवार को गोवा कांग्रेस के आठ विधायकों को तोड़ लिया। इन्हें भाजपा में शामिल कराने के बाद मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि कांग्रेस ’भारत जोड़ो’ अभियान चला रही है, गोवा में ’कांग्रेस छोड़ो’ अभियान चल रहा है। कांग्रेस को इसकी आशंका पहले से थी। करीब दो माह पहले ही नेता प्रतिपक्ष के पद से माइकल लोबो को पार्टी विरोधी हरकतों के कारण हटा दिया गया था। लोबो के साथ पूर्व प्रदेशाध्यक्ष दिगंबर कामत की विधायकी समाप्त करने के लिए भी स्पीकर लिखा था। हालांकि स्पीकर ने उस पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया।

लोबो और कामत के साथ अन्य छह विधायक डेलिला लोबो, केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, अलेक्सियो सिक्विरा, राजेश फलदेसाई और रुडोल्फ फर्नांडीस भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। इसके बाद राज्य में कांग्रेस के केवल तीन विधायक ही बचे। गोवा में भाजपा का यह दूसरा बड़ा ऑपरेशन है। 2017 में कांग्रेस के 17 में से 10 विधायक भाजपा में शामिल हुए थे।

लोबो तीन बार के विधायक

लोबो गोवा के टूरिस्ट हब कलंगुट से तीन बार के विधायक हैं। पत्नी को टिकट न मिलने से नाराज होकर इस साल चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे। नॉर्थ गोवा की चार सीटों पर लोबो का अच्छा जनाधार है। कांग्रेस के टिकट पर खुद विधायक बने ही पत्नी को भी जिताने में सफल हुए। कांग्रेस की रैली के दिन दिल्ली में लगी मुहर

लोबो ने जुलाई में ही 5 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री सावंत से संपर्क किया था, लेकिन दलबदल कानून के कारण भाजपा ने लोबा से अपने साथ दो-तिहाई विधायकों को लाने की शर्त रखी। 8 विधायकों के तैयार होने के बाद 4 सितंबर को दिल्ली आए लोबा ने भाजपा नेतृत्व से मीटिंग कर योजना पर अमल किया।लोकसभा चुनाव में काम आएंगे दिगंबर कामत

भाजपा में शामिल होने वाले 4 विधायक साउथ गोवा से जुड़े हैं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत भी शामिल हैं। दिगंबर का साउथ गोवा में अच्छा प्रभाव है। 2019 के चुनाव में मोदी लहर में भी भाजपा साउथ गोवा की सीट कांग्रेस के हाथों गंवा चुकी है। 2024 में भाजपा की कोशिश नॉर्थ गोवा के साथ-साथ साउथ गोवा की भी सीट जीतकर क्लीन स्वीप करने का है। यही वजह है कि भाजपा ने कांग्रेस को तोड़ने की पहल की। 25% ईसाई आबादी वाले गोवा में 4 ईसाई विधायकों के आने से भी भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में फायदा होने की उम्मीद है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *