सुवर्ण विधान सौधा बेलगावी।
सुवर्ण विधान सौधा बेलगावी। 

नई सरकार की ओर उम्मीद की नजर
बेलगावी.
बेंगलूरु स्थित महत्वपूर्ण विभागों के कार्यालयों को दशक पहले उद्घाटन हुए सुवर्ण विधान सौधा में स्थानांतरित करने के मुद्दे पर नए मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के नेतृत्व वाली सरकार क्या रुख अपनाएगी इस बारे में सीमा क्षेत्र के कन्नडिग़ाओं में जिज्ञासा पैदा हुई है।

जिला कन्नड़ संगठन कार्य समिति के अध्यक्ष अशोक चंदरगी कहते हैं कि 2013 में सत्ता में आई कांग्रेस सरकार में सिद्धरामय्या पांच साल तक मुख्यमंत्री रहे परन्तु उन्होंने कार्यालयों को सुवर्ण सौधा में स्थानांतरित करने के लिए सकारात्मक रुख नहीं अपनाया, जो सीमा क्षेत्र के कन्नडिग़ों की नाराजगी का कारण बना था। उनसे पांच बार मिल चुका जिले के कन्नड़ संगठनों के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल बिना कोई स्पष्ट आश्वासन के खाली हाथ लौट आया था।

उन्होंने कहा कि मठाधीशों और विभिन्न संगठनों के नेताओं का दबाव बढऩे पर तो वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने समिति का गठन किया था। कार्यालय स्थानान्तरण के बारे में जानकारी देने को कहा था। बेलगावी आकर निरीक्षण करने वाली समिति ने कार्यालयों का स्थानांतरण संभव नहीं है कहकर रिपोर्ट दी थी। इसे बहाना बनाकर तत्कालीन सरकार ने स्थानांतरण के मुद्दे को ही छोड़ दिया था।

गदग-डंबल तोंटदार्यमठ के डॉ. तोंटद सिद्धराम स्वामी ने कहा कि हर वर्ष वार्षिक सत्र में केवल 10 दिन मात्र सुवर्ण विधान सौधा पूर्ण उपयोग किया जाता है। इसे सक्रिय रखने के लिए विभिन्न विभागों के राज्य स्तरीय कार्यालयों को स्थानांतरित किया जाना चाहिए। नई सरकार को इस दिशा में ध्यान देना चाहिए।

चंदरगी ने कहा कि मौजूदा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कित्तूर कर्नाटक की 50 में से 33 और कल्याण कर्नाटक की 41 में से 26 सीटों पर जीत हासिल की है। हमें विश्वास है कि नए मुख्यमंत्री यहां के मतदाताओं की ओर से दिए गए योगदान पर विचार कर कार्यालयों को स्थानांतरित करेंगे।

हम जल्द ही मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या से मुलाकातकर कार्यालयों को सुवर्ण विधान सौधा में स्थानांतरित करने को लेकर चर्चा करेंगे।

बेलगावी में बनाएं प्रशासनिक सौधा

कर्नाटक रक्षणा वेदिके के जिला अध्यक्ष दीपक गुडगनट्टी ने कहा कि बेलगावी शहर में किराए के भवन में स्थित 23 जिला स्तरीय कार्यालयों को सुवर्ण विधान सौधा में स्थानांतरित किया गया है। इससे भवन की गरिमा प्रभावित हुई है और लोगों को विभिन्न कार्यों के लिए वहां जाना मुश्किल हो रहा है। इसके चलते बेलगावी में प्रशासनिक भवन का निर्माण करना चाहिए। सुवर्ण विधान सौध में स्थित जिला स्तर के कार्यालयों को वहां स्थानांतरित करना चाहिए।

9 अहम कार्यालय होंगे स्थानांतरित

चंदरगी ने कहा कि तत्कालीन विपक्षी दल में रहे बीएस येडियूरप्पा ने आश्वासन दिया था कि उनकी सरकार सत्ता में आने के 24 घंटे के भीतर कार्यालयों को सुवर्णसौधा में स्थानांतरित करेगी। 2018 में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार सत्ता में आई। तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दक्षिण कर्नाटक के 9 महत्वपूर्ण कार्यालयों को उत्तर कर्नाटक में स्थानांतरित करने का आदेश जारी किया था। उसमें से केवल एक कार्यालय (सूचना का अधिकार आयुक्त) सुवर्ण विधान सौधा में स्थानांतरित हुआ। इसके बाद सत्ता में आई बीएस येडियूरप्पा और बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली भाजपा सरकारों ने कार्यालय स्थानांतरण के मुद्दे पर कोई ठोस रुख नहीं अपनाया।

उन्होंने कहा कि अब उम्मीद की जा रही है कि दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाले सिद्धरामय्या कार्यालय स्थानांतरण के मामले में मांग पूरी करेंगे। कर्नाटक सीमा क्षेत्र विकास प्राधिकरण, सीमा सुरक्षा आयोग, सिंचाई, सहकारिता और अन्य विभागों के कार्यालयों को यहां स्थानांतरित करने की मांग की जा रही है।

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