धारवाड़-बेलगावी रेल मार्ग का मामला
हुब्बल्ली. दक्षिण पश्चिम रेलवे (दपरे) ने भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया लागू करने में देरी के कारण धारवाड़ से बेलगावी के लिए कित्तूर मार्ग से संपर्क उपलब्ध करने वाले नए रेल मार्ग निर्माण के प्रथम चरण के कार्य की निविदा रद्द की है।

इस योजना का भाग कैरकोप्पा-मुम्मिगट्टी के बीच 12 किलोमीटर मार्ग पर रेल मार्ग के लिए 243.66 करोड़ रुपए लागत में कार्य शुरू करने की खातिर कुछ माह पूर्व निविदा आमंत्रित की गई थी। राज्य सरकार की ओर से तय समय सीमा में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी कर योजना के लिए जरूरी जमीन रेल विभाग को हस्तांतरित करने की उम्मीद पर निविदा प्रक्रिया शुरू की गई थी। निविदा के मंजूरी स्तर तक पहुंचने के दौरान भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद की गई थी परन्तु भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई है। ऐसे में निविदा को मंजूरी देने पर तकनीकी तथा कानूनी बाधाएं पेश आने के कारण निविदा को रद्द किया गया है।

लोगों को हुई निराशा

इस विकास के कारण, बहुप्रतीक्षित धारवाड़-बेलगावी रेलवे लाइन का निर्माण पिछड़ गया है। इस भाग को लोगों को निराशा हुई है। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में पेश आने वाली बाधाओं और देरी से लंबित राज्य की कई रेल लाइन योजनाओं में यह भी एक है।

देरी का कारण

प्रस्तावित धारवाड़-बेलगावी रेल लाइन निर्माण कार्य के लिए जरूरी भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के लिए मुम्मिगट्टी क्षेत्र बाधा बना हुआ है। यहां एक बड़ी कंपनी को दी गई जमीन से रेलवे लाइन गुजरेगी। इनके विरोध करने पर चिन्हित जमीन के बदले किसानों की जमीनें हैं। बाद में स्थानीय किसानों से इसका विरोध किया गया। इसके चलते भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया उलझन में फंस गई है।

927 करोड़ रुपए लागत

धारवाड़-बेलगावी रेल मार्ग निर्माण की कुल अनुमानित लागत 927.40 करोड़ रुपए आंकी गई है। 2019 में तत्कालीन रेल मंत्री स्व. सुरेश अंगडी ने इस मार्ग की समीक्षा का आदेश दिया था। सितंबर 2020 में इस मार्ग को मंजूरी मिली थी। बाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा ने इस मार्ग के निर्माण के लिए 463 करोड़ रुपए मंजूर किया था। 77 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर कैरकोप्पा, मुम्मिगट्टी, तेगूर, कित्तूर, हुलिकट्टी, एमके हुब्बल्ली, बागेवाड़ी, कणवीकरविनकोप्पा तथा देसूर के बीच रेलवे स्टेशनों का निर्माण होगा।

दोबारा शुरू करने की कार्रवाई करनी चाहिए
कर्नाटक वाणिज्य एवं उद्योग संस्था, हुब्बल्ली के पूर्व अध्यक्ष वसंत लदवा ने बताया कि केंद्र सरकार ने उचित कारण बताए बिना धारवाड़-कित्तूर-बेलगावी रेल मार्ग निर्माण के लिए मंजूर निविदा को रद्द किया है, जिससे योजना पिछड़ी है। यह निंदनीय कदम है। राज्य के खास तौर पर उत्तर कर्नाटक के सांसदों को इच्छाशक्ति प्रदर्शित करते हुए इस योजना को दोबारा शुरू करने के लिए शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए।

हाल ही में दी रिपोर्ट
धारवाड़-बेलगावी रेल मार्ग के अलाइनमेंट परिवर्तित के बारे में रेलवे और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने हालही में रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के अनुसार सर्वे कर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।

गुरुदत्त हेगडे, जिलाधिकारी, धारवाड़

भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में देरी

निर्धारित समय में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद पर धारवाड़-बेलगावी (मार्ग कित्तूर) नई रलवे लाइन निर्माण के प्रथम चरण के कार्य के लिए निविदा आमंत्रित की गई थी परन्तु भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में देरी के कारण निविदा रद्द की गई है।

-डॉ. मंजुनाथ कन्मडी, सीपीआरओ, दपरे

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