चिक्कमगलुरु. शहर के बाहरी इलाके में घूम रहे 26 जंगली हाथियों का झुंड वन विभाग के लिए सिरदर्द बना हुआ है। हाथियों के बड़े झुंड को शहर की ओर आने से रोकने के लिए 100 से अधिक कर्मचारी दिन-रात पहरा दे रहे हैं।
सोमवार को शहर के करीब आए हाथी मंगलवार और बुधवार को केआर पेटे की ओर गए थे। बुधवार की रात, वे फिर से दुुंगेरे, वस्तारे, केसुविन मने और मारिकट्टे गांवों के आसपास के बागानों में आए हैं।
रेडियो कॉलर वाली मादा हाथी बीटम्मा के नक्शेकदम पर बाकी 25 हाथी चल रहे हैं। नर हाथी भीम समेत चार नर हाथी पूरे झुंड़ की रक्षा कर रहे हैं। भीम हाथी मांद में है और वन विभाग के अधिकारी सावधानीपूर्वक हाथियों को खदेड़ रहे हैं।
वन विभाग कर्मचारी लोगों को हाथियों के झुंड के पास जाने से रोकने के लिए चारों ओर पहरा लगा दिया गया है। उनकी हरकतों पर पूरी नजर रखे हुए हैं। उन्होंने शहर की ओर आने पर मात्र पालतु हाथियों का उपयोग करके ही पीछे हटने का फैसला किया है। इसके अलावा, अधिकारियों को एहसास है कि अगर बड़ी संख्या में स्थित जंगली हाथियों को डराने पर खतरा अधिक है। सब कुछ एक साथ होने से हाथी हर रात एक तरफ से दूसरे तरफ जा रहे हैं।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे हसन जिले के बेलूर की ओर वापस जाते नहीं दिख रहे हैं। ऐसा लगता है कि आल्दुर भाग की ओर रुख किया है। गर्भवती हथिनियां, बच्चों के साथ होने से आगे बढऩे के रास्ते का लक्ष्य रखा है। रास्ते में लोगों को कोई दिक्कत न हो इसका ख्याल रखा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि 26 हाथियों के एक साथ रहने से वे किसी हाथी को पकडऩे या उसे स्थानांतरित करने का प्रयास नहीं करेंगे। ऐसा करने पर हाथी घबरा जाएंगे। इससे परेशानी ही अधिक है। फिलहाल, उन्हें जंगल की ओर पहुंचाने का लक्ष्य है।
