
शिवमोग्गा हवाईअड्डे के उद्घाटन पर खर्च किए 25 करोड़ रुपए
-एयरपोर्ट के उद्घाटन के लिए पहुंची 1600 फुल बसें
-कानून के छात्र आकाश ने आरटीआई आवेदन में किया खुलासा
शिवमोग्गा. शिवमोग्गा के साथ मध्य कर्नाटक में उद्योग और पर्यटन सहित विभिन्न क्षेत्रों के एकीकृत विकास के चलते निर्मित शिवमोग्गा हवाईअड्डे के उद्घाटन पर महज 25 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। खास तौर पर इस कार्यक्रम में लोगों को लाने के लिए करीब 4 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के जन्मदिन ही आयोजित समारोह में एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। कार्यक्रम में जिले के कोने-कोने से लाखों की संख्या में लोग शामिल हुए थे। केएसआरटीसी की ओर से इसके लिए 1600 बसों का इस्तेमाल किया गया था। बस सेवाएं प्रदान करने के लिए केएसआरटीसी को 3.93 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।
शिवमोग्गा में कानून की पढ़ाई कर रहे आकाश पाटिल की ओर से राज्य सडक़ परिवहन निगम को सौंपे गए एक आरटीआई आवेदन में यह जानकारी सामने आई है। जानकारी में खुलासा किया गया है कि 27 मार्च को शिवमोग्गा हवाई अड्डे के उद्घाटन समारोह में शिवमोग्गा जिले के विभिन्न तालुकों से लोगों को लाने के लिए निगम की ओर से सांधर्भिक समझौते के आधार पर कुल 1600 बसें प्रदान की गईं थी। शिवमोग्गा के कार्यकारी अभियंता ने इसके लिए 3 करोड़ 93 लाख 92 हजार 565 रुपए का भुगतान किया है।
इस बारे में आकाश पाटिल ने बताया कि वे शिवमोग्गा के नेशनल कॉलेज में कानून के अंतिम वर्ष के छात्र हैं। पीएम मोदी के कार्यक्रम में लोगों को शामिल होते देखने के बाद उनकी उत्सुकता और बढ़ गई। कितने वाहन किराए पर लिए हैं? तथा इसके लिए खर्च की गई राशि के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए ही ऑनलाइन के जरिए आवेदन सौंपा था। उन्होंने सही जानकारी दी है।
एयरपोर्ट के उद्घाटन के लिए 25 करोड़ रुपए खर्च
इसके अलावा एयरपोर्ट के कार्यक्रम के लिए 25 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। सरकार ने ट्रांसपेरेंसी एक्ट से छूट देकर समारोह के आयोजन स्थल और तैयारी के खर्च को बिना निविदा आमंत्रित किए सीधे तौर पर करने की अनुमति दी थी। तीन करोड़ रुपए भूमि समतलीकरण, 5.27 करोड़ रुपए पंडाल निर्माण, 1.50 करोड़ रुपए भोजन एवं पेयजल, 4.25 करोड़ रुपए परिवहन, 59 लाख रुपए भोजन काउंटर एवं पंडाल निर्माण, बिजली, माइक सिस्टम, सीसी कैमरा आदि के लिए एक करोड़ रुपए, मंच साज-सज्जा के लिए 18 लाख रुपए, पेयजल व शौचालय के लिए 10 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए 25 लाख रुपए, आमंत्रण पत्र छपाई एवं अन्य के लिए 15 लाख रुपए, वीवीआईपी के भोजन के लिए 35 लाख रुपए, कम्पाउंड गिराकर पुनर्निर्माण के लिए 11 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।