भूमि सुरक्षा योजना
हावेरी. राजस्व विभाग के सभी दस्तावेजों को ऑनलाइन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लागू की गई भूमि सुरक्षा योजना को जिले में सफलतापूर्वक लागू किया गया है। केवल एक महीने में 1,500 से अधिक आवेदकों को 4,315 पृष्ठों के दस्तावेज ऑनलाइन प्रदान किए गए हैं।
राज्य सरकार ने जिले के तहसील कार्यालयों सहित सभी राजस्व कार्यालयों में मौजूद रिकॉर्ड को डिजिटाइज करने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की थी। पहले यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर हानगल तालुक में शुरू की गई थी, परन्तु अब इसे संपूर्ण जिले में विस्तारित किया गया है।
इस योजना के प्रमुख उद्देश्य पुराने और खराब हो चुके दस्तावेजों को स्थायी रूप से डिजिटल रूप में सुरक्षित रखना। नकली दस्तावेजों की रोकथाम। आम जनता को मोबाइल और ऑनलाइन माध्यम से आसानी से दस्तावेज उपलब्ध कराना है।
डिजिटल स्कैनिंग और डेटा
हानगल, हावेरी, राणेबेन्नूर, ब्याडगी, हिरेकेरूर, शिग्गावी, सवनूर और रट्टीहल्ली तालुक के राजस्व विभाग के कार्यालय में मौजूद 70 लाख पृष्ठों के दस्तावेजों को पहले ही स्कैन और डिजिटाइज किया जा चुका है। 1 जुलाई से ऑनलाइन रिकॉर्ड उपलब्ध कराने की सुविधा शुरू हुई है। अब तक 1,500 से अधिक लोगों ने 4,315 पृष्ठों के दस्तावेज डाउनलोड किए हैं। जनता कार्यालय के चक्कर लगाए बिना कम समय में दस्तावेज पाने पर खुशी जता रही है।
सवनूर तालुक में अधिक पृष्ठ जारी
जिले के तालुकों में से सवनूर तालुक में ऑनलाइन के जरिए सबसे ज्यादा 1,546 दस्तावेज पृष्ठ जारी किए गए हैं। सबसे कम हिरेकेरूर तालुक में 121 दस्तावेज पृष्ठ दिए गए हैं। अन्य तालुका में भी आंकड़े धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं।
कार्यालयों के चक्कर काटते से मुक्ति
पहले कई सदियों पुराने दस्तावेजों को खोजने और सुरक्षित रखने में दिक्कतें थीं। कुछ दस्तावेजों का संरक्षण ही चुनौती बना हुआ था। पुराने दस्तावेज नष्ट हो जाना, गुम हो जाना आम बात थी। जमीन विवादों में पुराने रिकॉर्ड की आवश्यकता होती है, जिससे लोग महीनों तक कार्यालयों के चक्कर काटते थे। अब यह समस्या डिजिटल सुविधा के जरिए हल हो गई है।
भ्रष्टाचार पर लगाम
लोगों का कहना है कि पहले दस्तावेज प्राप्त करने के नाम पर कुछ कर्मचारी घूस मांगते थे। अब ज्यादातर दस्तावेज दो-तीन क्लिक में उपलब्ध हैं और प्रिंट निकालना आसान है। नाडकचेरी और तालुक कार्यालयों में ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध है, और भविष्य में यह सभी स्थानों पर लागू की जाएगी।
हानगल तालुक में 1930 से रिकॉर्ड स्कैनिंग
हानगल तालुक में 1930 से अब तक के 42 लाख दस्तावेज स्कैन किए गए हैं। इनमें से 30 लाख दस्तावेज डिजिटल हस्ताक्षर के लिए मंजूर किए गए हैं, बाकी प्रक्रियाधीन हैं।
–रेणुका, तहसीलदार
सीधे मुझे शिकायत करें
जनता ऑनलाइन के जरिए राजस्व दस्तावेज प्राप्त कर सकती है। यदि कोई दस्तावेज के नाम पर अधिक पैसे मांगे या भ्रष्टाचार करे, तो सीधे मुझे शिकायत करें।
–विजय महांतेश दानम्मनवर, जिलाधिकारी, हावेरी
ऑनलाइन उपलब्ध दस्तावेज
-जमीन का पहणी पत्र (भूमि विवरण)
-हक परिवर्तन
-भूमि स्वीकृति
-भूमि आरक्षण
-किसानों के अधिकार
-खाता परिवर्तन
-भूमि सुधार कानून संबंधी दस्तावेज
-विवादित मामले
-हस्तलिखित रिकॉर्ड आदि
मोबाइल पर इन दस्तावेजों को देखने की सुविधा है, और प्रमाणित प्रतियों को नाडकचेरी (राजस्व कार्यालय) व अन्य केंद्रों से प्रति पृष्ठ शुल्क देकर प्राप्त किया जा सकता है।
तालुकवार ऑनलाइन दस्तावेज वितरण
तालुक — वितरित पृष्ठ
हावेरी — 405
ब्याडगी — 249
हिरेकेरूर — 121
राणेबेन्नूर — 607
रट्टीहल्ली — 332
शिग्गावी — 684
सवनूर — 1546
हानगल — 371