जिले के पर्यटन विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार
जिलाधिकारी गुरुदत्त हेगड़े ने दी जानकारी
शिवमोग्गा. कई पर्यटन स्थलों वाला, साल भर पर्यटकों को आकर्षित करने वाला मलेनाडु का प्रवेश द्वार शिवमोग्गा जिले के लिए खुशखबरी है। जिले के पर्यटन विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार हो गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए शिवमोग्गा के जिलाधिकारी गुरुदत्त हेगड़े ने कहा कि 22 सितंबर को मनाए जाने वाले विश्व पर्यटन दिवस को जनमानस को आकर्षित करने के उद्देश्य से खास रूप में आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जोग जलप्रपात सहित जिले के पहले से चिन्हित किए गए और अब तक अनजाने रहे सभी पर्यटन स्थलों को दुनिया के सामने लाने के लिए स्थानीय संस्थाओं और इच्छुक लोगों के सहयोग से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर आम जनता को इन स्थलों से परिचित कराने का उद्देश्य है।
पर्यटन विकास
जिलाधिकारी ने कहा कि पहले से चिन्हित किए गए स्थानों तक पर्यटकों की सुविधा के लिए मूलभूत सुविधाएं, सडक़ संपर्क, सूचना से युक्त प्रचार बोर्ड लगाने पर भी विचार किया जा रहा है। जिले के सभी पर्यटन स्थलों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 120 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार कर माननीय जिला प्रभारी मंत्री को भेजा गया है। मंत्री ने जिले के विकास के लिए इस योजना को सरकार से अनुदान दिलाने का आश्वासन दिया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं हैं। राज्य के अन्य प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों की तरह जिले को विकसित करने की आवश्यकता है। इससे जिले की अहमियत वैश्विक मानचित्र पर बढ़ेगी और यहां के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य के हृदय में स्थित शिवमोग्गा जिला प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और खेल-साहस, रोमांच के लिए प्रसिद्ध है। विश्वप्रसिद्ध जोग जलप्रपात से लेकर आगुंबे के सूर्यास्त तक, यहां कई दर्शनीय स्थल हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले की सांसें रोक देने वाली घाटियां, रोमांचक साहसिक खेल, मंदिर-मस्जिद-चर्च, ऐतिहासिक स्थल, कवि-कलाकार, साहित्य, नृत्य-संगीत के साधक, नदियां-नाले-झरने, पहाड़ी क्षेत्र — इन सभी को चित्र और जानकारी सहित सोशल मीडिया व अन्य प्रसार माध्यमों के जरिए दुनिया भर में प्रचारित करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए जिले की आधिकारिक वेबसाइट बनाई जा रही है, जिसका लोकार्पण 22 सितंबर को किया जाएगा। पहले से पहचाने गए 60 से अधिक स्थलों पर प्रचार बोर्ड, संक्षिप्त जानकारी और मार्ग का विवरण लगाया जाएगा। वेबसाइट पर जिले की तस्वीरों सहित समग्र जानकारी, ऐतिहासिक स्थल, स्थानीय कथाएं, व्यक्तित्व, वन्यजीव, होमस्टे, लॉज, भोजनालय, अन्य विशेषताएं, नदियां-नाले-झरने, पहाड़ी क्षेत्र, एक स्थान से दूसरे स्थान की दूरी और मौसम के अनुसार बदलने वाली विशेषताओं की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
