चार जिलों में 6-7 लाख हेक्टर फसल नुकसान
कलबुरर्गी. राज्य में मानसून के दौरान हुई अत्यधिक बारिश के कारण भीमा और कृष्णा नदी क्षेत्रों में फसल नुकसान के मद्देनजर कृषि मंत्री एन. चेलुवरायस्वामी ने कलबुर्गी जिले के प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में लगभग 9 लाख हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है, जिसमें कलबुर्गी, बीदर, यादगीर और विजयपुर जिलों में 6 से 7 लाख हेक्टेयर तक फसल क्षति हुई है।
कृषि मंत्री एन. चेलुवरायस्वामी ने कलबुर्गी तालुक के पट्टण गांव में सर्वे नंबर 92/1 के तहत किसान सोमशेखर पुलिसपाटील की पांच एकड़ में उगाई गई तुअर की फसल की क्षति को देखा।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का नियंत्रण नहीं होता, और फसल बीमा कराने वाले किसानों को निश्चित रूप से राहत मिलेगी। वहीं, बीमा नहीं कराने वाले किसानों को भी सरकार की ओर से राहत प्रदान की जाएगी, इस बारे में मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बैठक के बाद घोषित किया जाएगा।
इसके बाद मंत्री ने तालुक के सावळगी क्रॉस और आलंद के कडग़ंची क्षेत्र में भी हालिया बारिश और बाढ़ से प्रभावित फसलों का निरीक्षण किया। सावळगी क्रॉस में चार एकड़ तुअर की फसल का नुकसान देखने के बाद उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी कलबुर्गी जिले में अतिवृष्टि के कारण लगभग 650 करोड़ रुपए की राहत राशि घोषित की गई थी। इस वर्ष भी फसल बीमा और अतिरिक्त राहत के लिए मुख्यमंत्री घोषणा करेंगे।
कृषि मंत्री ने कहा कि कलबुर्गी, यादगीर, बीदर और विजयपुर जिले में सबसे अधिक फसल नुकसान हुआ है, जबकि बागलकोट, धारवाड़ और गदग जिलों में भी नुकसान हुआ है। प्रभावित जिलों के प्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक में उचित राहत घोषणाओं और एनडीआरएफ के माध्यम से केंद्र सरकार से सहायता की मांग की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष बी.आर. पाटील, कलबुर्गी दक्षिण विधायक अल्लमप्रभु पाटील, कृषि संयुक्त निदेशक समद पटेल सहित अन्य अधिकारी और किसान संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
