पर्यावरण की स्वच्छता को दे प्राथमिकता
-प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश परमेश्वर ने की अपील
हुब्बल्ली. प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश परमेश्वर प्रसन्ना बी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम शुरू किया गया है। हमारे आसपास का परिसर स्वच्छ होना चाहिए। सभी को पर्यावरण स्वच्छता को प्राथमिकता देनी चाहिए।
वे मंगलवार को पुराने न्यायालय परिसर में तालुक विधि सेवा समिति हुब्बल्ली, अधिवक्ता संघ हुब्बल्ली तथा हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 2021 से पूरे देश में स्वच्छता आंदोलन शुरू किया गया है और स्वच्छता आंदोलन 2 अक्टूबर से दस दिनों तक चलेगा। पर्यावरण की स्वच्छता के साथ-साथ मन को भी स्वच्छ रखना चाहिए। यदि स्वच्छता के प्रति जागरूकता नहीं लाई गई तो मानव जाति नष्ट हो जाएगी। गीला कचरा और सूखे कचरे को अलग-अलग कर उसका निस्तारण करना चाहिए। पर्यावरण को स्वच्छ रखने में महानगर निगम के सफार्ई कर्मियों का कार्य सराहनीय है। हर कहीं फेंके जाने वाले जहरीले प्लास्टिक को खाकर जानवर अपनी जान गंवा रहे हैं। प्लास्टिक का उपयोग कम करना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एमएस बाणद ने कहा कि प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगनी चाहिए। प्लास्टिक के अत्यधिक उपयोग से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। अच्छे वातावरण से अच्छा स्वास्थ्य कायम रखा जा सकता है।
कार्यक्रम में तालुक कानूनी सेवा समिति के अध्यक्ष और प्रधान वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश यमनप्पा के., तालुक कानूनी सेवा समिति के सदस्य सचिव और प्रधान सिविल न्यायाधीश नागेश नायक, वरिष्ठ स्वास्थ्य निरीक्षक शेखर लमानी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, वरिष्ठ और कनिष्ठ न्यायाधीश, अदालत के कर्मचारी और वकीलों ने कार्यक्रम में भाग लिया था।