बीदर. जिलाधिकारी शिल्पा शर्मा और जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गिरीश बडोले ने सोमवार को औराद और कमलनगर तालुकों के विभिन्न हिस्सों में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से प्रभावित इलाकों का दौरा कर बारिश से हुए नुकसान की स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने बोंति गांव में क्षतिग्रस्त संपर्क पुल और लघु सिंचाई विभाग की झील का दौरा किया, जहां औराद तालुक के बावलगांव, बोंति और हंगरगा गांवों के सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गए हैं। यह झील फट गई और भारी मात्रा में पानी बह गया, और बोंति, बावलगांव और हंगरगा गांवों को जोडऩे वाला संपर्क पुल टूट गया, जिससे एक बड़ा गड्ढा बन गया, और उन्होंने जनता से इस क्षेत्र में सावधानी बरतने को कहा।
यह झील फट जाने से सैकड़ों एकड़ फसल वाले क्षेत्रों में पानी घुस गया है। जिलाधिकारी ने तहसीलदार को स्थानीय स्कूल में बावलगांव के ग्रामीणों के लिए तुरंत राहत केंद्र खोलने का निर्देश दिया। उन्होंने ग्रामीणों और लोगों को लगातार हो रही बारिश के कारण अपने पशुओं को जल स्रोतों के पास न छोडऩे के लिए भी सावधान रहने की हिदायत दी।
औराद के तहसीलदार महेश पाटिल ने बताया कि 17 अगस्त को एक ही दिन में 300 मिमी बारिश हुई और चार संपर्क पुल आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। अनुमान है कि 500 एकड़ फसलें बर्बाद हो गईं और बारिश रुकने के बाद सर्वेक्षण किया जाएगा। अभी तक किसी की जान या मकान को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
बाद में, जिलाधिकारी ने कमलनगर तालुक के नंदी बिजलगांव गांव में क्षतिग्रस्त पुल और फसल क्षति का निरीक्षण किया। गांव में कई बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और कुछ घर भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने तहसीलदार को सर्वेक्षण करने और आपातकालीन राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी रम्या, सहायक आयुक्त मोहम्मद शकील, तालुक पंचायत कार्यकारी अधिकारी किरण पाटिल और अन्य उपस्थित थे।
