श्रम मंत्री संतोष लाड ने कहा
हुब्बल्ली. श्रम एवं जिला प्रभारी मंत्री संतोष लाड ने कहा कि डॉ. बीआर अंबेडकर की ओर से लिखित संविधान को गांवों के लोगों तक पहुंचाना चाहिए। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिले के विभिन्न गांवों में संविधान जागरूकता जत्था का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। सरकार ने बसवन्ना को सांस्कृतिक नेता घोषित कर सम्मानित किया है। बोलने की आजादी, अभिव्यक्ति की आजादी संविधान में दी गई है। देश के विकास में सभी को शामिल होना चाहिए।
वे शहर के चन्नम्मा सर्कल में हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से संविधान जागरूकता जत्था के उपलक्ष्य में आयोजित मशाल जुलूस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि डॉ. बीआर अंबेडकर, बसवन्ना ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने सभी के लिए समान हिस्सेदारी और समानता का संदेश दिया। ये सज्जन भारत की संघीय व्यवस्था में सभी को एक साथ रहने के लिए उत्तरदायी हैं। बसवन्ना ने अनुभव मंड़प में कहा था कि दया ही धर्म का मूल है। डॉ. बीआर अंबेडकर और बसवन्ना के बारे में सभी समाजों को जानना चाहिए। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर ने अनेक कठिनाइयों के बीच विभिन्न देशों के संविधानों का अध्ययन किया और भारत का संविधान तैयार किया। इसके चलते हमें उन्हें याद रखना चाहिए। संविधान महिलाओं को कई विशेषाधिकार प्रदान करता है। सरकार ने गरीबों और वंचित दलितों के जीवन को बेहतर बनाने और उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार की खातिर गारंटी योजनाओं के लिए 58 हजार करोड़ रुपए आवंटित किया है।
जिलाधिकारी दिव्य प्रभु जीआरजे, हुब्बल्ली-धारवाड़ पुलिस आयुक्त रेणुका सुकुमार, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम आयुक्त डॉ. ईश्वर उल्लागड्डी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्वरूप टी.के., समाज कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक अल्लाबक्श, हुब्बल्ली शहर के तहसीलदार कलगौड़ा पाटिल, हुब्बल्ली ग्रामीण के तहसीलदार प्रकाश होलेप्पगोल, अतिरिक्त तहसीलदार जी.वी.पाटिल, समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक सी.आर.अम्बिगेर, विभिन्न विभागों के अधिकारी, हुब्बल्ली धारवाड़ महानगर निगम के पार्षद, कर्मचारी, नागरिक कार्यकर्ता, छात्रावास वार्डन, छात्र और जनता उपस्थित थे।
