मीडिया सलाहकार प्रभाकर ने जताई चिंता
बल्लारी. मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के.वी. प्रभाकर ने कहा कि अटकलबाज पत्रकारिता, फर्जी खबरें आज की पत्रकारिता के लिए चुनौती हैं। ऐसी पत्रकारिता खतरनाक है, यह मजेदार हो सकती है परन्तु यह समाज के लिए सही नहीं है। यह बहुत दुखद है कि पत्रकारिता सही रास्ते पर नहीं जा रही है। इस क्षेत्र में काम करने वाले सभी मीडिया को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से समाज को सही जानकारी देनी चाहिए।
वेे सोमवार को बल्लारी में पुराने डीसी कार्यालय परिसर के गांधी भवन में कर्नाटक वर्किंग जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन की ओर से आयोजित प्रेस दिवस के उद्घाटन पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों को संविधान के दायरे में रहकर संविधान के मूल्यों को सुरक्षित रखते हुए काम करना चाहिए। सभी पत्रकारों को बहुत ईमानदार रहना चाहिए। उन्हें पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए ईमानदारी से प्रयास करना चाहिए और उन्हें विकास पर भी ध्यान देना चाहिए।
प्रभाकर ने कहा कि उन्हें गंभीरता और सही रिपोर्टिंग करके अपना अस्तित्व बनाए रखना चाहिए। फर्जी खबरों की जांच के लिए आगामी सत्र में एक विधेयक पेश किया जा रहा है। राज्य सरकार ने अंशकालिक ग्रामीण पत्रकारों के लिए बस सुविधा और मध्यम संजीवनी योजना लागू की है। साथ ही उन्होंने पत्रकारों को आवास उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने बल्लारी समाचार कार्यालय सहित अन्य जिला कार्यालयों को 14 नए वाहन उपलब्ध कराने का वादा किया। उन्होंने कहा कि ये सभी योजनाएं मुख्यमंत्री के प्रयासों से लागू हुई हैं।
दावणगेरे विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग के प्रमुख प्रो. शिवकुमार कणसोगी ने कहा कि पत्रकारों को पाठकों का विश्वास अर्जित करना चाहिए। समाचार प्रकाशित करने से पहले उन्हें समाचार की सच्चाई जाननी चाहिए।
कार्यक्रम में महानगर के महापौर मुलंगी नंदीश, संघ के कार्यकारी राज्याध्यक्ष शिवानंद तगडूरु, महासचिव जी.सी. लोकेश, सचिव सोमशेखर केरगोडु, जिलाधिकारी प्रशांत कुमार मिश्रा, एसपी डॉ. शोभारानी वी.जे., जिला सूचना अधिकारी बी.वी. तुकाराम आदि उपस्थित थे।
एसोसिएशन के राज्य कार्यकारी सदस्य एन. वीरभद्र गौड़ा ने प्रास्ताविक भाषण दिया।
इस अवसर पर पीयूसी एवं एसएसएलसी में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को मेरिट पुरस्कार से सम्मानित किया गया तथा क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेने वाली टीमों को ट्रॉफी वितरित की गई। कार्यक्रम का संचालन शशिधर मेटी ने किया।
