आजादी के बाद पहली बार देश में हो रहा तीर्थ स्थलों का विकास

जैन समाज ने सदैव क्षेत्र के विकास के लिए सोचा

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा सावंत

हुब्बल्ली. वरूर स्थित नवग्रह तीर्थ पर राष्ट्रसंत आचार्य गुणधरनंदी, स्वस्तिश्री धर्म सेन भट्टारक पट्टाचार्य महास्वामी व अन्य साधु भगवंतों के सानिध्य में 48 दिनों तक आयोजित भगवान पाश्र्वनाथ के महा मस्तकाभिषेक समारोह, व सुमेरु पर्वत उद्घाटन समारोह के अंतिम दिवस के समापन समारोह के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत उपस्थित थे।

विशिष्ट अतिथि के रूप में कुंदगोल विधायक एमआर पाटिल, हुब्बल्ली सेंट्रल क्षेत्र के विधायक महेश टेंगिनकाई उपस्थित थे।

वरूर नवग्रह तीर्थ क्षेत्र में आयोजित महामस्तकाभिषेक के समापन समारोह में भगवान पाश्र्वनाथ तीर्थंकर का प्रतीकात्मक अभिषेक करने के बाद गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार देश में तीर्थ स्थलों का विकास हो रहा है। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे इस कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर मिला। 12 वर्ष में एक बार आने वाला महामस्तकाभिषेक विश्व के लिए एक आदर्श है। यहां बना सुमेरु पर्वत भी अतुलनीय है। गोवा सरकार जैन तीर्थ स्थलों सहित सभी सनातन धर्म क्षेत्रों का विकास कर रही है। पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश भर में केदारनाथ और सोमनाथ सहित कई क्षेत्रों का विकास हुआ है। अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन चुका है.

इस अवसर पर डॉ. सावंत ने आचार्य गुणधरनंदी से गोवा पधारने का आग्रह किया और निवेदन किया कि वे गोवा में पधारकर जनता को उपदेश दें। सावंत ने कहा कि जैन समाज एक मार्गदर्शक समाज है जिसकी प्रशंसा पूरी दुनिया करती है।

विधायक महेश टेंगिनकाई ने कहा कि आचार्य गुणधरनंदी जैन समाज के लिए एक निगम बोर्ड बनवाने को लेकर सरकार से आग्रह कर रहे हैं और इस पर राज्य के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने आगामी 3 महीनो में बोर्ड बनाने का वादा किया है, यदि कांग्रेस सरकार के दौरान यह वादा पूरा नहीं हुआ तो अगले तीन साल बाद भाजपा सरकार फिर से प्रदेश की सत्ता में आएगी और हम समाज की मांग को पूरा करने का काम करेंगे।

आचार्य गुणधरनंदी ने कहा कि चाहे मैं मरूं या रहूं मैं जैन निगम-मंडली के साथ मरूंगा। ये हमारा अधिकार है। सरकार ने तीन माह में निगम-बोर्ड बनाने का वादा किया है। अगर वादा पूरा नहीं हुआ तो पचास हजार लोगों के साथ बेंगलूरु में विधान सभा के सामने आमरण अनशन पर बैठने का संकल्प लेंगे। विभिन्न भट्टारकों के नेतृत्व में 8 अप्रेल को ऐनापुर में आयोजित सम्मेलन में संघर्ष के आगे के निर्णय लिए जाएंगे।

इस अवसर पर आचार्य गुणधरनंदी ने गोवा में जैन मंदिर के लिए 5 एकड़ जमीन देने की घोषणा के लिए गोवा के मुख्यमंत्री को बधाई देकर आभार जताया।

इस दौरान महामस्तकाभिषेक समिति के महामंत्री महेन्द्र सिंघी ने सभी मेहमानों का परिचय एवं स्वागत किया।

इस दौरान विधायक एमआर पाटिल, पूर्व विधायक संजय पाटिल ने विचार व्यक्त किया।

इस अवसर पर विद्याधर पाटिल, यंकन्नवर, संतोष मुल्कीपाटिल, उदय हजारे, देवेंद्रप्पा कागेनवर और अन्य लोग उपस्थित थे।

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