राज्य में 863.08 वर्ग कि.मी. वन क्षेत्र पर अतिक्रमण
हुब्बल्ली. कर्नाटक राज्य में 863.08 वर्ग कि.मी. (13.05 लाख हेक्टेयर) वन क्षेत्र पर अतिक्रमण किया गया है, जिससे यह सर्वाधिक वन अतिक्रमण वाला तीसरा राज्य बन गया है। ये विवरण वन अतिक्रमण के संबंध में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय हरित अधिकरण को सौंपी गई रिपोर्ट में दर्ज किए गए हैं।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) को जानकारी दी है कि देश में अतिक्रमित वन क्षेत्र की मात्रा दिल्ली, सिक्किम और गोवा के संयुक्त भौगोलिक क्षेत्र से भी अधिक है, अर्थात 13,000 वर्ग किमी. वन क्षेत्र पर 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अतिक्रमण किया गया है। इसके बावजूद राज्यों को अभी भी अपनी जानकारी प्रस्तुत करना है। कर्नाटक (863.08 वर्ग किमी) सर्वाधिक वन क्षेत्र वाले राज्यों में तीसरे स्थान पर है। मध्य प्रदेश (5,460.0 वर्ग किमी) पहले स्थान पर और असम (3,620 वर्ग किमी) दूसरे स्थान पर है।
एनजीटी ने मांगी थी जानकारी
पिछले वर्ष राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने वन अतिक्रमण के संबंध में स्वत: संज्ञान लेते हुए शिकायत दर्ज की थी तथा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वन क्षेत्रों पर अतिक्रमण का विवरण निर्धारित प्रारूप में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। इस संबंध में पिछले सप्ताह ही एनजीटी को रिपोर्ट सौंपी गई है। एनजीटी को सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2024 तक 13.05 लाख हेक्टेयर (13,056 वर्ग किमी) वन क्षेत्र पर अतिक्रमण किया गया है। इसमें से 409.77 वर्ग किमी. वन अतिक्रमण हटा दिया गया है।
इन राज्यों ने उपलब्ध कराई जानकारी
अंडमान और निकोबार, असम, अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दादर और नगर, दमन और दीव, केरल, लक्षद्वीप, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुदुचेरी, पंजाब, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड, सिक्किम, मध्य प्रदेश, मिजोरम और मणिपुर।
इन राज्य ने उपलब्ध नहीं कराई जानकारी
बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, नागालैंड, दिल्ली, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख।
वन अतिक्रमण : शीर्ष 5 राज्य
राज्य — अतिक्रमण
मध्य प्रदेश — 5,460.0 वर्ग कि.मी.
असम — 3,620.0 वर्ग किमी.
कर्नाटक — 860.08 वर्ग किमी.
महाराष्ट्र — 575.54 वर्ग किमी.
अरुणाचल प्रदेश — 534.9 वर्ग किमी.