राज्य में सडक़ दुर्घटनाओं में बढ़ रही मौतों और घायलों की संख्या
हुब्बल्ली. सडक़ दुर्घटनाओं में मौतों और घायलों की संख्या बढ़ती जा रही है। राज्य में प्रतिदिन औसतन 32 घातक सडक़ दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें 30 लोगों की जान जा रही है और 96 लोग घायल हो रहे हैं।
राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एससीआरबी) की ओर से जारी आंकड़ों से यह पता चलता है कि बेंगलूरु में प्रतिदिन 2-3 सडक़ दुर्घटनाएं आम हैं और कम से कम दो या तीन लोगों की मौत हो रही है।
वर्ष 2023 में राज्य में राष्ट्रीय, राज्य राजमार्गों और अन्य सडक़ों पर 10,830 घातक दुर्घटनाएं हुईं और कुल 11,489 लोगों की मृत्यु हुई हैं। 32 फीसदी राष्ट्रीय राजमार्गों पर, 30 फीसदी राज्य राजमार्गों पर और 38 फीसदी ग्रामीण सडक़ों पर दुर्घटनाएं होती हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बेंगलूरु में 880 घातक दुर्घटनाएं हुईं और 909 लोगों की मौत हो गई। राजधानी में अधिक आबादी और ट्रैफिक के कारण मौतों और घायलों की संख्या भी अधिक है।
अधिकारियों का कहना है कि सडक़ दुर्घटनाओं में वाहन की फिटनेस, चालक, मौसम और सडक़ की गुणवत्ता प्रमुख कारण हैं। वाहन की समय-समय पर सर्विस कराते रहना चाहिए। वाहन को निर्माता कंपनी की ओर से दी गई क्षमता के अनुसार ही चलाना चाहिए। अन्यथा, चालक का नियंत्रण खोने से दुर्घटनाएं होती हैं। वाहन चालकों, सवारों को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। नशे में, बिना आराम किए गाड़ी चलाने, बेतरतीब, और लापरवाही से गाड़ी चलाने से दुर्घटनाएं हो रही हैं।
मौसम में बदलाव भी दुर्घटनाओं का एक कारण है और सर्दियों में यह संख्या अधिक होती है। बारिश के दौरान ब्रेक नहीं लगाने से चालक का नियंत्रण खोने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। गुणवत्तापूर्ण राजमार्गों और सडक़ों का निर्माण करना चाहिए। गैर-वैज्ञानिक मोड़, सडक़ पर हम्प और साइनबोर्ड लगाने में लापरवाही और आवासीय क्षेत्रों में लाइटें नहीं लगाने के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं।
ब्लैक स्पॉट से नहीं मिली मुक्ति
तीन वर्ष की अवधि में एक ही स्थान पर 5 दुर्घटनाएं होने से 10 लोगों की मृत्यु हुई है, तो ऐसे स्थान को ब्लैक स्पॉट के तौर पर चिन्हित कर उस स्थान पर दुर्घटना नियंत्रण के लिए संबंधित विभाग को रिपोर्ट सौंपी जाती है। 2016-18 में चिन्हित किए गए ब्लैकस्पॉट का विकास ही नहीं हुआ है। इसके बाद वर्ष 2018-21 में भी रिपोर्ट सौंपी गई है। अब राज्य पुलिस विभाग वर्ष 2021-24 के लिए ब्लैकस्पॉट रिपोर्ट तैयार कर रहा है।
राज्य में लडक़ हासरों में मरने वालों का आंकड़ा
माह — हादसे — मौत
जनवरी — 921 — 956
फरवरी — 913 — 968
मार्च — 907 — 940
अप्रेल — 888 — 958
मई — 1086 — 1086
जून — 899 — 984
जुलाई — 772 — 808
अगस्त — 812 — 880
सितंबर — 837 — 905
अक्टूबर — 925 — 994
नवंबर — 919 — 969
दिसंबर — 1011 — 1041
कुल — 10,830 — 11,489